
नईदुनिया प्रतिनिधि, बनवार। शिक्षा विभाग में लापरवाही और मिलीभगत का चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जबेरा जनपद पंचायत अंतर्गत आने वाले देवरी सड़क प्राथमिक विद्यालय में एक शिक्षक द्वारका चक्रवर्ती पिछले एक वर्ष से स्कूल से पूरी तरह गायब है, लेकिन उनका वेतन हर महीने नियमित रूप से निकाला जा रहा है। जनपद उपाध्यक्ष एवं जनपद शिक्षा समिति उपाध्यक्ष प्रतिनिधि डॉ. सुजान सिंह ने जब विद्यालय का औचक निरीक्षण किया तो शिक्षा विभाग में चल रहे इस घोटाले की परतें खुलीं।
शिक्षक द्वारका चक्रवर्ती पिछले 14 वर्षों से अपने मूल पद स्थापना स्थल डेलनखेड़ा स्कूल नहीं पहुंचे जबकि उनका अटैचमेंट देवरी सड़क विद्यालय में किया गया था। स्थानीय सूत्रों के अनुसार वह पहले भी केवल कभी-कभार स्कूल आते थे लेकिन पिछले एक साल से पूरी तरह लापता है। जांच में यह भी सामने आया कि लापता शिक्षक का देयक पत्रक वेतन सूची हर महीने शिक्षक भोला प्रजापति द्वारा तैयार कर संकुल जबेरा भेजा जा रहा था। इसके बाद संकुल प्राचार्य मोहन सेन द्वारा हस्ताक्षरित होकर वेतन का भुगतान जारी किया जा रहा था।
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इस पूरे मामले को लेकर भगवती मानव कल्याण संगठन ने जिला शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंपा और दोनों शिक्षकों भोला प्रजापति तथा प्राचार्य मोहन सेन पर तत्काल कार्रवाई की मांग की। हाल ही में शिक्षकों के बीच चल रहे अटैचमेंट विवाद के दौरान ही यह गड़बड़ी उजागर हुई, अब सवाल यह है कि इतने लंबे समय तक विभागीय निगरानी के बावजूद यह अनिमित्ता कैसे जारी रही। मामले के तूल पकड़ने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय ने प्रारंभिक रिपोर्ट तलब की है और जांच टीम गठित की जाएगी, यदि आरोप सही पाए गए तो शिक्षकों पर निलंबन और वेतन वसूली की कार्रवाई की जाएगी।