नईदुनिया प्रतिनिधि, जबलपुर: बरगी थाना क्षेत्र की एक आशा कार्यकर्ता को साइबर ठगों ने फोन कर कहा कि उसे करोड़ों रुपये की लाटरी लगी है। सोना-चांदी मिलने का झांसा देकर आरोपितों ने चार लाख रुपये ऐंठ लिए। इतनी राशि के ट्रांजेक्शन पर स्वजन ने पूछताछ की तो सवालों से बचने के लिए वह घर से भाग गई। सोना मिलने के लालच में ठग के संपर्क में बनी रही।
इसके साथ ही ठग ने महिला से उसके अपहरण का वीडियो भी बनवाया। ठग ने वीडियो उसके स्वजन को भेजकर दो लाख रुपये मांगे। रुपये नहीं देने पर महिला के शरीर के टुकड़े करके बरगी के जंगल में फेंकने की धमकी दी। घबराए स्वजन पुलिस के पास पहुंचे। पुलिस मोबाइल लोकेशन के आधार पर महिला को तलाशते हुए दिल्ली पहुंची।
महिला को दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा से दस्तयाब किया गया। पुलिस महिला को शहर वापस लायी, जहां पूछताछ में महिला के साथ ठगी और फिर आरोपितों के ही षड्यंत्र में फंसकर अपहरण की कहानी गढ़ने का पर्दाफाश हुआ। अब पुलिस आरोपित साइबर ठगों का पता लगा रही है।
जानकारी के अनुसार बरगी थाना क्षेत्र के मरहापाठा निवासी पुष्पलता झारिया (36) आशा कार्यकर्ता है। होली के समय उसे अनजान नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने उसे सोने-चांदी के आभूषण जीतने की जानकारी दिया। जीता उपहार प्राप्त करने की प्रक्रिया के लिए कुछ रुपये आनलाइन जमा कराया। उसके बाद आरोपित प्रतिदिन फोन पर बातचीत करने लगा। कुछ दिन बाद ठग फोन करके बोला कि वह सोना लेकर उसके पास आ रहा था, तब पुलिस ने पकड़ लिया है। तुरंत चार लाख रुपये उसके खाते पर भेजने को बोला। रुपये नहीं देने पर उसे पुलिस द्वारा पकड़े जाने का भय दिया। महिला घबरा गई और घर से चार लाख रुपये चोरी से निकालकर उसे ठग को आनलाइन भेज दिए।
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स्वजन ने चार लाख रुपये के अचानक ट्रांजेक्शन पर महिला से सवाल-जवाब किए। ठग के झांसे में आकर उसने लॉटरी में सोना जीतने की बात छिपाए रखी। घर पर बार-बार रुपयों के लिए पूछे जाने पर वह 23 अप्रैल को मायके आ गई। 26 अप्रैल को किसी काम से बरगी जाने का कहकर निकली, लेकिन उसके बाद लापता हो गई। जब वह कहीं नहीं मिली तो स्वजन ने चार मई को बरगी थाना में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई।
चार लाख रुपये झटकने के बाद ठग ने उससे और रुपयों की मांग की। उसे सोने के आभूषण जीतने की सनक सवार थी। ठगों की और रुपयों की मांग को पूरा करने के लिए उसने दूसरे शहर में जाकर काम करके रुपये कमाने का सोचा। जबलपुर से ट्रेन में बैठकर मुंबई पहुंची। जहां, कुछ दिन काम किया। फिर ज्यादा रुपये कमाने के लिए पहले सूरत गई। फिर अलग-अलग शहरों में घूमते हुए दिल्ली पहुंची। इस दौरान वह सड़क पर सोई। जहां लंगर या नि:शुल्क खाना मिला उसे खाया।
घर से भागने के बाद महिला ठग के संपर्क में बनी रही। ठग ने सोना प्राप्त करने में उसकी सहायता करने का बोलकर उसके बरगलाया। उसके अपहरण होने का वीडियो बनाने को कहा। उसने अपना रोते-बिलखते हुए एक वीडियो बनाकर ठग को भेजा। यह वीडियो ठग ने एक जून को महिला के पति को भेजा। दो लाख रुपये फिरौती नहीं देने पर उसकी हत्या का शव के टुकड़े जंगल में फेंकने की धमकी दी। इसकी शिकायत पुलिस से की गई।
फोन चोरी, दूसरे नंबर से आया फोन, उसी पता चला ठिकाना
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पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय के निर्देश पर मामले की जांच के लिए चार दल गठित किए। थाना प्रभारी कमलेश चौरिया, एसआइ मुनेश कोल, संतोष पांडे और मनीष बंसेडिया के दलों ने छानबीन शुरू की। आरोपित इंटरनेट मीडिया के माध्यम से विदेश के वीपीएन नंबर से फोन कर फिरौती की धमकी दे रहे थे। जिससे मामला पेचीदा हुआ।
पुलिस दल ने महिला की तलाश में उदयपुर, जैसलमेर, दिल्ली सहित कई शहरों में जाकर डेरा डाला। इसी बीच महिला का फोन चोरी हो गया। उसने किसी दूसरे व्यक्ति के नंबर से स्वजन को फोन किया। इस फोन की लोकेशन ग्रेटर नोएडा में मिली। मौके पर जाकर पुलिस ने तलाश किया तो सोमवार को महिला वहां मिल गई। आरोपितों ने उसे अपनी बातों के जाल में इस प्रकार फंसाया है कि उसे अभी भी लग रहा है कि रुपये देने पर ठग पुलिस से बच जाएगा। उसे सोना लाकर देगा। पुलिस महिला की काउंसलिंग कर रही है।