
नईदुनिया, नरसिंहपुर (Narsinghpur News)। मध्य प्रदेश में नरसिंहपुर के मुर्गाखेड़ा के रहने वाले मौलवी इमाम खान द्वारा दुष्कर्म किए जाने से परेशान स्टेशनगंज की 15 वर्षीय नाबालिग ने जहर खा लिया। उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उसकी जान बचा ली। घटना के बाद नाबालिग की मां ने समाजसेवी जिला वक्फ कमेटी के अध्यक्ष को पूरे मामले की जानकारी दी।
बताया जा रहा है कि वह करीब डेढ़ साल पहले अपने जीजा के जरिये मौलवी के संपर्क में आई थी। इसके बाद मौलवी अक्सर उसके घर आकर धर्म की शिक्षा देने के बहाने से आने लगा। एक दिन उसने बालिका को शादी का झांसा देकर उसका दैहिक शोषण किया। फिर शादी की बात से मुकर गया। जब पीड़िता ने अप्रैल 2024 में यह बात अपनी मां को बताई, तो उसने पुलिस में शिकायत की थी।
मगर, पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं। इसके बाद मौलवी और उसके सहयोगी पीड़िता की मां को धमकाने लगे कि वह अपना केस वापस ले ले। मौलवी के सहयोगी आरोपित नरसिंहपुर का रहने वाला कबाड़ी बन्ने खां, मुर्गाखेड़ा का रहने वाला आम आदमी पार्टी का नेता जमील और उसका साथी जामा मस्जिद नरसिंहपुर अध्यक्ष नईम खान मौलवी को बचाने की कोशिश कर रहे थे।
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तीनों मिलकर महिला पर दबाव बना रहे थे कि वह मौलवी इमाम खान के खिलाफ दिए गए बयान को बदल दे। महिला ने पुलिस को बताया कि 20 मई 2024 को आदतन अपराधी कबाड़ी बन्ने खां और नईम ने उसे अपने घर पर फोन कर बुलवाया। मामला खत्म करने का दबाव बनाया और ऐसा नहीं करने पर बच्ची पर हमला करते हुए उसे जान से मारने और चेहरे पर तेजाब डालने तक की धमकी दी थी।
इस घटना के बाद महिला घर में आकर रोती रही। बेटी ने जब महिला के रोने का कारण पूछा, तो उसने सारी बात बता दी। आरोपितों की धमकी से त्रस्त नाबालिग ने जहर खाकर अपनी जान देना बेहतर समझा। इसके बाद नकटुआ स्थित कब्रिस्तान में जाकर अपने दादा की कब्र पर रोते हुए जहर खा लिया।

परिजनों ने उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। पीड़िता की हालत में सुधार होने पर उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। इसके बाद उसने समाजसेवी हुसैन पठान और अपनी मां के साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पहुंचकर मौलवी और उसके सहयोगियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
मामले के तूल पकड़ने पर पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने तत्परता दिखाते हुए आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए। पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के साथ ही मामले में मौलवी को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, अभी तक मौलवी के अलावा बाकी तीनों आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं की गई है।