
नईदुनिया प्रतिनिधि, नीमच। नीमच शहर में नगर पालिका परिषद अब तक 550 से अधिक कुत्तों का वैक्सीनेशन करा चुकी है लेकिन इसके बावजूद शहर में कुत्तों की समस्या जस की तस बनी हुई है। पशु चिकित्सा विभाग के माध्यम से नगर पालिका द्वारा कुत्तों के वैक्सीनेशन का कार्य जारी है। इसके बावजूद शहर के रिहायशी इलाकों में कुत्तों की संख्या अधिक होने से नागरिक परेशान हो रहे हैं।
नीमच शहर की आबादी लगभग डेढ़ लाख से अधिक है। यह आबादी शहर के 40 वार्डों में लगभग 7 किलोमीटर के दायरे में बसे शहर में निवास करती है और इतनी आबादी को मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने का दायित्व नगर पालिका परिषद संभालती है। शहर में कुत्तों की संख्या बेहद अधिक हो चुकी है लेकिन इस समस्या से निजात दिलाने में नगर पालिका अब तक सफल नहीं हो पाई है। एक अनुमान के अनुसार शहर में लगभग 7 हजार से अधिक कुत्ते होने की आशंका जताई जाती है।
नागरिकों की माने तो शहर में कुत्तों की संख्या इतनी अधिक है कि लोगों का सड़कों पर निकलना मुश्किल हो रहा है। कुत्तों के हमलों के कारण लोग बेहद परेशान हो चुके हैं। कुत्तों के कारण बच्चों, महिलाओं और वृद्धों का घर से निकलना मुश्किल हो चुका है। नगर पालिका के स्वास्थ्य विभाग की माने तो शहर में कुत्तों की समस्या के निजात दिलाने की दिशा में निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। वर्तमान में पशु चिकित्सा विभाग की मदद से नगर पालिका सड़क पर घूमने वाले कुत्तों का एंटी रैबीज वैक्सीनेशन करा रही है। अब तक लगभग 550 से अधिक कुत्तों का वैक्सीनेशन किया जा चुका है। आगे भी यह कार्य जारी है।
नगर पालिका सीएमओ दुर्गा बामनिया ने बताया कि नपा कुत्तों का वैक्सीनेशन करा रही है। पूर्व में बधियाकरण भी करा चुकी है लेकिन बाद में शिकायतों के चलते बधियाकरण करने वाली एजेंसी का टेंडर कर दिया गया था। नए टेंडर के लिए प्रक्रिया जारी है।
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शहर के ग्वालटोली क्षेत्र में कुत्तों की संख्या अधिक है। इस क्षेत्र में श्वानों के हिंसक होने की घटनाएं पूर्व में हो चुकी है। हिंसक हो चुके कुत्तों ने दो माह से अधिक अवधि में क्षेत्र के पशु पालकों और नागरिकों के मवेशियों को नुकसान पहुंचाया है। बाड़े में बंधी बकरियों को मारा है। इसके बाद से कुत्तों की समस्या को लेकर क्षेत्र के नागरिकों में नपा के प्रति नाराजगी है।