नईदुनिया प्रतिनिधि, राजगढ़। मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव की सभा में विशिष्ट अतिथि के तौर पर आमंत्रित जिला पंचायत अध्यक्ष को ही पुलिस ने कार्यक्रम में जाने से रोक दिया। उनके बार-बार पूछने पर कारण नहीं बताया। बाद में कहा गया कि कानून व्यवस्था और सुरक्षा की दृष्टि से कुछ लोगों को डिटेन किया गया था। बाद में सम्मानपूर्वक छोड़ दिया गया। शनिवार को मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ब्यावरा के दशहरा मैदान पर पहुंचे थे। उनके कार्यक्रम के लिए कांग्रेस के जिला पंचायत अध्यक्ष चंदरसिंह सौंधिया को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया था।
जिला प्रशासन द्वारा कार्यक्रम का जो कार्ड जारी किया था, उसमें चंदरसिंह का नाम सांसद के बाद सातवे नंबर पर जिले के तीनों विधायकों के ऊपर दर्ज था। उन्हें कार्ड देकर आमंत्रित भी किया गया था। कार्यक्रम के ठीक पहले चंदरसिंह बायपास से अस्पताल रोड होकर सभा स्थल पर जा रहे थे, जहां ब्यावरा सिटी थाना प्रभारी वीरेंद्र धाकड़ ने रोक लिया। उन्हें गाड़ी से उतार लिया गया। चंदरसिंह ने आमंत्रण पत्र दिखाकर बताया कि उन्हें अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया है, उसके बाद भी पुलिस ने कुछ नहीं सुना।
एसडीओपी प्रकाश शर्मा, तहसीलदार सुठालिया दौलजीराम अहिरवार भी रोकने का कारण नहीं बता सके। थोड़ी देर बाद पुलिस उन्हें उठाकर अस्पताल के समीप ही दूसरे स्थान पर ले गई। वहां पुलिस तब तक उन्हें लेकर बैठी रही, जब तक मुख्यमंत्री वापस नहीं लौट गए। बाद में संयुक्त कलेक्टर वीरेंद्र सिंह दांगी ने बताया कि कानून व्यवस्था एवं सुरक्षा की दृष्टि से कुछ लोगों को शांति पूर्वक तरीके से डिटेन किया गया। समझाइश देने के बाद भी कुछ लोगों द्वारा मंचीय गरिमा के विरुद्ध भाषण देने की जिद की जा रही थी, कार्यक्रम में व्यवस्था बनाए रखने हेतु यह कदम उठाया गया।
पूर्व विधायक रामचंद्र दांगी व पुरुषोत्तम दांगी अपने कुछ कार्यकर्ताओं के साथ मांग पत्र सौंपने सभा स्थल पर जा रहे थे। उन्हें जाता देख पुलिस ने पंचमुखी मंदिर के समीप उन्हें रोक लिया। इस दौरान रामचंद्र दांगी समर्थकों व पुलिस की जमकर धक्का मुक्की हुई।