
नईदुनिया प्रतिनिधि, रतलाम। थाना औद्योगिक क्षेत्र पुलिस ने ऑनलाइन पूजा-पाठ के नाम पर विधवा महिला से चार लाख से अधिक की ठगी करने के मामले में सात माह से फरार चल रहे आरोपित उत्तर प्रदेश के गली नं. 03 राकेस मार्ग, गाजियाबाद निवासी 36 वर्षीय तरुण पुत्र रामगोपाल सिंह कोरी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने तरुण को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
थाना प्रभारी सत्येंद्र रघुवंशी ने बताया कि फरियादी महिला ने 22 मई को रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि आरोपित तरुण ने पूजा-पाठ के नाम पर ऑनलाइन भुगतान करवाकर उसके साथ धोखाधड़ी की। मामले में प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की गई थी। एसपी अमित कुमार के निर्देशन व सीएसपी सत्येंद्र घनघोरिया के मार्गदर्शन में टीम बनाकर आरोपित की तलाश शुरू की। तरुण अत्यधिक चालाकी से लगातार ठिकाने बदलकर गिरफ्तारी से बच रहा था और लगभग सात माह से फरार था।
साइबर सेल की तकनीकी सहायता और सतत निगरानी के आधार पर पुलिस ने तरुण को गाजियाबाद से गिरफ्तार किया। कार्रवाई में साइबर निरीक्षक अमित कोरी, एसआइ हिमाल सिंह डामोर, आरक्षक नरेन्द्र पावरा, आरक्षक कान्हा मेघवाल व साइबर सेल आरक्षक विपुल भावसार, राहुल पाटीदार और मोरसिंह डामोर की भूमिका रही।
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महिला के मोबाइल नंबर पर जून–जुलाई 2024 में बनाए गए एक ऑनलाइन शादी प्रोफाइल के माध्यम से गाजियाबाद के तरुण कुमार से परिचय हुआ। तरुण ने स्वयं को ज्योतिषाचार्य बताया और पीड़िता के पति की वर्ष 2023 में हुई मृत्यु के कारण उनके भावनात्मक दुख का फायदा उठाते हुए विभिन्न पूजा-पाठ व उपाय बताकर भरोसा जीत लिया।
तरुण ने विभिन्न क्यूआर कोड व यूपीआइ आईडी के जरिए गाजियाबाद में पूजा कराने के नाम पर पहले इंद्रदेव प्रसाद नाम से 13 हजार 200 रुपये और बाद में अन्य आईडी व मोबाइल नंबरों पर लगभग 4 लाख 60 हजार 000 रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर कराए। लगातार अधिक धन मांगने पर पीड़िता को संदेह हुआ और उन्होंने भुगतान रोक दिया। पीड़िता अपने स्वजन के साथ थाने पहुंची और तरुण कुमार के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई।