नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। राजस्थान से सटे प्रदेश के जिलों में रविवार रात और सोमवार को तेज वर्षा से नदी–नाले उफान पर होने से रास्ते अवरुद्ध रहे। रतलाम जिले के कई गांव पानी से घिर गए। रतलाम जिले में 24 घंटे में करीब 50 मिमी वर्षा हुई। अब तक यहां औसत 982.88 मिमी वर्षा हो चुकी है। नीमच जिले में 24 घंटे में 115 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। जोरदार वर्षा से रावण रूंडी, चौथखेड़ा रोड की रपट व पुलिया डूबने से लोग परेशान हुए।
जावद, सिंगोली और मनासा क्षेत्र में भी जोरदार वर्षा हुई। मंदसौर में शिवना नदी उफान पर रही। रविवार रात 9.30 बजे शिवना का पानी पशुपतिनाथ मंदिर में पहुंच गया था, तापेश्वर महादेव जलमग्न हो गए। मल्हारगढ़ स्थित काका गाडगिल सागर बांध के गेट सीजन में पहली बार खुले। रेतम बैराज में भी पानी की आवक होने पर आठ गेट खोल गए।
मंदसौर जिले में अब तक 724 मिमी वर्षा दर्ज हो चुकी है। इधर, झाबुआ में कदवाली पुलिया जर्जर होने से आवागमन बंद कर दिया गया। डायवर्शन मार्ग से वाहनों को निकाला जा रहा है। मेहंदीखेड़ा-टीटकी मार्ग की रपट पर बार-बार पानी आ जाने से इस रास्ते को भी बार -बार बंद किया जा रहा है। माही बांध का एक गेट खोला गया है।
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