नईदुनिया प्रतिनिधि, रीवा। शिक्षा विभाग में अनुकंपा नियुक्ति में रीवा में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। पहले एक प्रकरण सामने आया जिसकी जांच के बाद अब पांच और मामले सामने आ गए हैं। एक प्रकरण में मां को शिक्षक बता दिया, जबकि वह मजदूरी करती है। बाकी पांच मामलों में दूसरे के मृत माता-पिता को अपना बताकर अनुकंपा नियुक्ति हासिल कर ली गई। सभी के विरुद्ध सिविल लाइन थाने में एफआइआर दर्ज कराई गई है। इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी सुदामा लाल गुप्ता की भूमिका संदेह के घेरे में हैं। कलेक्टर ने डीईओ पर कार्रवाई के लिए कमिश्नर को प्रस्ताव भेजा है।
शिक्षा विभाग में पिछले एक वर्ष में 36 अनुकंपा नियुक्तियां हुई हैं। सभी को नोटिस जारी कर कागजात सहित जिला शिक्षा कार्यालय बुलाया गया था, लेकिन 10 लोग नहीं पहुंचे। बाकी के कागजात जांचे गए तो छह पूरी तरीके से फर्जी निकले। चार अभी संदिग्ध हैं। जिला शिक्षा अधिकारी सुदामा लाल गुप्ता के हस्ताक्षर से छह फर्जी अनुकंपा नियुक्ति आदेश जारी किए गए हैं। पहले बृजेश कुमार कोल की फर्जी अनुकंपा नियुक्ति का प्रकरण सामने आया था।
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माना जा रहा है कि सारा फर्जीवाड़ा दस्तावेज में हेर-फेर कर किया गया है। विकास खंड गंगेव के जमोड़ी शासकीय प्राथमिक स्कूल में पदस्थ चपरासी बृजेश कोल की शिकायत जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय रीवा में की गई थी। जांच की गई तो पता चला कि बृजेश ने कूट रचित दस्तावेज तैयार कर अपनी मां बेलाकली कोल को सहायक शिक्षक शासकीय प्राथमिक विद्यालय धीरा, जिला मऊगंज में पदस्थ बताते हुए उनकी मौत 16 मई 2023 को होना बताया। विभाग की ओर से 11 अप्रैल 2025 को बृजेश की नियुक्ति प्राथमिक विद्यालय जमोड़ी में कर दी गई। जांच में पता चला कि बेलाकली परासिया की रहने वाली हैं और वह जीवित हैं। वह मजदूरी करती हैं, वहां के सरपंच ने भी इसे प्रमाणित किया है।
रीवा की कलेक्टर प्रतिभा पाल ने बताया कि बृजेश कोल के अलावा हीरामणि साकेत, विनय कुशवाहा, उषा कोल, सुषमा कोल, ओम प्रकाश कोल पर मामला दर्ज हुआ है। अनुकंपा नियुक्ति शाखा प्रभारी राम प्रसन्न धर द्विवेदी के विरुद्ध भी मामला पंजीबद्ध कराया गया है। जांच कराई गई तो पता चला कि गलत तरीके के दस्तावेज लगाकर अनुकंपा नियुक्तियां की गई हैं। इस मामले से जुड़े छह लोगों के खिलाफ पुलिस में एफआइआर दर्ज कराई गई है। नोडल अधिकारी और जिला शिक्षा अधिकारी के खिलाफ भी कार्रवाई को लेकर कमिश्नर कार्यालय को प्रस्ताव भेजा गया है।