
नवदुनिया प्रतिनिधि, सागर: केंट थाना क्षेत्र के 15 मुहाल में राटवीलर श्वान ने घर के बाहर साइकिल चला रहे छह वर्षीय बालक पर हमला कर दिया। श्वान ने बालक के सिर, हाथ, पैर में बुरी तरह से काट लिया, जिसमे बालक को अकेले सिर में ही 22 से अधिक टांके आए।
सर्जरी के अगले दिन बालक को होश आया। बालक के स्वजन की शिकायत पर पुलिस ने श्वान के मालिक पर मामला कायम कर विवेचना शुरू कर दी है। सदर के 15 मुहाल निवासी जितेंद्र यादव का छह वर्षीय पुत्र गुरुवार की शाम करीब पांच बजे घर के बाहर साइकिल चला रहा था, तभी घर से करीब 10 मीटर दूर मोहल्ले में ही रहने वाले महार रजिमेंट में कार्यरत सैनिक शंभू दयाल बेन द्वारा पाले गए राटवीलर श्वान ने बालक पर हमला कर दिया।
श्वान के हमले में घायल बालक के पिता जितेंद्र यादव ने बताया कि भारत में प्रतिबंधित राटविलर प्रजाति का श्वान भारत में पालना प्रतिबंधित है, फिर में मोहल्ले में रहने वाले शंभू दयाल बेन के सेना में कार्यरत पुत्र राहुल ने उसे अपने घर में पाल रखा है। यह खतरनाक श्वान अक्सर घर के बाहर खुला घूमता रहता है। शाम को जब उनका बालक मोहल्ले में साइकिल चला रहा था, तभी अचानक श्वान ने हमला कर दिया।
श्वान के हमले को देख आसपास मौजूद लोगों ने जैसे-तैसे बच्चे को उससे बचाया। हमले के वक्त पिता अपनी होटल पर थे। सूचना पाकर वह घर पहुंचे। श्वान के हमले से बालक अचेत हो गया। उसे तुरंत खुरई रोड स्थित भाग्योदय अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों द्वारा डेढ़ घंटे की सर्जरी कर बच्चे के सिर में 22 टांके लगाकर उसकी सफल सर्जरी की गई। इसके बाद शुक्रवार सुबह बच्चे को होश आया, फिलहाल बच्चा ICU में भर्ती है।
बच्चे के पिता जितेंद्र यादव ने बताया कि वह होटल का व्यवसाय करते हैं। उनका एक ही बालक है। हमले की खबर पाकर जैसे ही वह घर पहुंचकर बच्चे को लहुलुहान हालत में देखकर कुछ देर के लिए उनका दिमाग काम करना ही बंद कर दिया। वह बालक को लेकर सीधे अस्पताल पहुंचे।
जितेंद्र ने बताया कि इसके पहले यह श्वान लोगों पर एक दर्जन से अधिक बाल हमला कर चुका है। केंट थाने में जितेंद्र यादव की शिकायत पर श्वान पालने वाले शंभू दयाल बेन के पुत्र राहुल पर पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत मामला कायम कर विवेचना शुरू कर दी है।
शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र में पालतू और आवारा श्वानों के हमले लगातार बढ़ रहे हैं। अकेले जिला अस्पताल में ही प्रतिदिन एक दर्जन से अधिक मामले श्वान के काटने के आते हैं। यह श्वान झुंड बनाकर महिलाओं, बच्चों और बुर्जुगों पर हमला करते हैं। प्रशासन भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। श्वान प्रेमी ऐसे खतरनाक जानवरों को पाल कर दूसरों के लिए खतरा पैदा कर रहे हैं।
कोर्ट द्वारा श्वानों पर लगाम लगाने के लिए कई आवश्यक निर्देश दिए गए, लेकिन नगर निगम प्रशासन सहित जिले के अन्य नगरीय निकाय इस संबंध में कोई उचित कदम तक नहीं उठा रहे हैं। शहर में श्वानों के आतंक की घटनाए लगातार सामने आ रही हैं, लेकिन इसके बाद भी निगम प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।
पिछले दिनों विट्ठलनगर वार्ड में एक पागल श्वान ने आधा दर्जन से ज्यादा लोगों को अपना निशाना बनाकर बुरी तरह घायल कर दिया था। शहर में कितने श्वान हैं इस संबंध में भी निगम अधिकारियों के पास कोई जानकारी नहीं है।
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