
नईदुनिया प्रतिनिधि, सागर: मध्य प्रदेश के सागर जिले के दो मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में हिंदुओं के पलायन पर शासन और प्रशासन का रुख लचर है। यहां गिने-चुने हिंदू परिवार ही रह गए हैं, वे भी असुरक्षा के चलते यहां से जाना चाहते हैं। लेकिन कहीं और रहने का कोई विकल्प न होने की वजह से यहां रुकने को विवश हैं। दरअसल, उनके मकान सही कीमत पर बिक नहीं रहे हैं।
आसपास के जो मुस्लिम परिवार इतनी कीमत नहीं दे रहे हैं, जिससे दूसरे मोहल्ले में नया घर खरीदा जा सके। ऐसे करीब 15-20 हिंदू परिवारों के लोगों का कहना है कि हम यहां से जाना चाहते हैं, हमारे मकान बिकवा दो, सही कीमत दिला दो, ताकि कहीं और मकान खरीद पाएं, लेकिन स्थानीय प्रशासन भी हिंदू समुदाय को यह भरोसा नहीं दिला पाया है कि आगे परिस्थितियां बदलेंगी।
बता दें सागर के शनिचरी और शुक्रवारी क्षेत्र में हिंदुओं के पलायन के मुद्दे पर पिछले दिनों हिंदू संगठनों की शिकायत और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के संज्ञान लेने के बाद प्रशासन ने मकानों की रजिस्ट्री पर रोक लगा दी है। मुस्लिम बहुल दोनों क्षेत्रों में हिंदू परिवार की असुरक्षा के अनेक उदाहरण हैं।
शनिचरी टौरी में ही लाजपतपुरा वार्ड निवासी हिरदेश पाटकर कई वर्षों से तकलीफ झेल रहे हैं। उन्होंने बताया कि यहां पर उनके परदादा के समय का तीन मंजिला मकान है, जिसमें वह परिवार के साथ रहते हैं। पहले सब ठीक था, पर कुछ समय से हालात बदले हैं। उनके घर के पास स्थित सरकारी भूमि पर पहले तो मुस्लिम परिवार काबिज हुआ और अब वह परेशानी पैदा करने लगे हैं। घर के सामने ही मुर्गा, मुर्गी, बकरियां पली हैं। उनकी गंदगी के कारण सांस लेना दूभर होता है।
कुछ कहो तो विवाद की स्थिति निर्मित होती है। पड़ोस में ही रहने वाले उनके रिस्तेदार से दो साल पहले मुस्लिम परिवार का विवाद हो गया था। उन लोगों ने रिश्तेदार और उनके बच्चों से एक साथ मिलकर मारपीट की। पुलिस ने समुचित कार्रवाई नहीं की तो दबंगों के हौसले और बुलंद हो गए हैं।
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हृदेश बताते हैं कि वह सुबह काम पर निकल जाते हैं। घर पर पत्नी व बच्चे रहते हैं। आसपास का माहौल देखकर घर की चिंता लगी रहती है। यही कारण है कि अब वह मकान को बेचकर मोहल्ले से दूसरी जगह जल्द से जल्द जाना चाहते हैं। इस मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में आज की स्थिति में एक दर्जन से अधिक हिंदू परिवारों के मकान बिकाऊ हैं।
यह अति संवेदनशील क्षेत्र शनिचरी और शुक्रवारी क्षेत्रों में आबादी के असंतुलन के साथ कानून-व्यवस्था की चुनौतियां बढ़ी हैं। यह प्रशासन के लिए अब अति संवेदनशील क्षेत्र है। दोनों समुदाय के किसी भी त्योहार या आयोजन में पुलिस और प्रशासन को शनिचरी व शुक्रवारी में अलग से अतिरिक्त व्यवस्था करनी पड़ती है।
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प्रशासन के लिए अब भी सब ठीक स्थानीय हिंदू रहवासियों का कहना है कि कुछ दिन पहले प्रशासन ने खुले में मांस-मछली बेचने वाली जिन दुकानों को बंद कराया था, वे फिर से खुल गई हैं। हिंदू आबादी के इस तरह पलायन और डर की तस्वीर सामने आने के बाद भी जिला प्रशासन के लिए यहां सब ठीक है।
सागर के सिटी मजिस्ट्रेट अमन मिश्रा का कहना है कि शुक्रवारी-शनिचरी क्षेत्र सहित शहर भर में नगर निगम द्वारा खुले में बिक रहे मांस विक्रय की दुकानों का सघन निरीक्षण करवाया गया है। शहर में कहीं पर भी खुले में मांस नहीं बिक रहा।
