Sagar News: नवदुनिया प्रतिनिधि, सागर। अंतराष्ट्रीय हिंदू परिषद के संस्थापक अध्यक्ष डा. प्रवीण तोगड़िया सोमवार की शाम को सागर पहुंचे। यहां उन्होंने संगठन के पदाधिकारियों की बैठक ली और आगामी कार्यक्रमों के बारे में रूपरेखा जानी। वहीं मंगलवार को डा. तोगड़िया ने पत्रकारों से चर्चा भी की। जिसमें उन्होंने कहा कि 500 सालों बाद अयोध्या में भगवान रामलला विराजमान हुए हैं।
यह हिंदुओं के लिए गौरव की बात है। लेकिन अभी भी राम मंदिर को तोड़ने वाले जेहादी सोच वाले लोग भारत में हैं। यही कारण है कि ऐसी मानसिकता वाले लोग कहीं न कहीं घटनाएं करते रहते हैं। हमें अभी इनसे निपटना होगा। डा. तोगड़िया ने कहा कि हमारी योजना पूरे देश में हिंदुओं के विकास की एजेंसी बनाना है। हनुमान चालीसा विकास केंद्र बनाकर हिंदुओं की सुरक्षा, समृद्धि, अनाज की व्यवस्था से लेकर उनके स्वास्थ्य तक की सुविधाएं दिलाने का संकल्प लिया है। इन केंद्रों में महिलाओं की सुरक्षा लिए प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
उन्होंने धार भोजशाला में चल रहे एएसआई सर्वे को लेकर कहा कि धार भोजशाला में सरस्वती माता का मंदिर ही है। सर्वे में यह सिद्ध होगा। हिंदुओं को वह स्थान सौंप देना चाहिए। भोजशाला हमारी है। काम के अनुरूप सम्मान नहीं मिलने के सवार पर उन्होंने कहा कि मैं नाम के लिए नहीं निकला।
मैं सिर्फ हिंदुओं और हिंदुओं के गौरव के लिए निकला हूं। देश में हिंदुओं का गौरव बढ़ रहा है। अयोध्या में श्रीराम मंदिर बन गया। यही हमारा गौरव है। मैं पहले ट्रस्ट में रहा हूं। इसके प्रमुख चंपत राय के साथ बीस साल काम किया है। राम मंदिर निर्माण के लिए विहिप ने ही आंदोलन चलाया।
राम मंदिर बनने में जो पत्थर उपयोग किए गए हैं। उसे 32 वर्षों तक घिसकर हमने तैयार किया है। राम मंदिर अब बन गया है। हमें इस बात की खुशी है। उन्होंने बताया कि 32 वर्षों से जो पत्थर तैयार किए जा रहे थे, उनसे यह मंदिर बना। यह मंदिर इसी समय इसलिए बना, क्योंकि देश अब जागा है।
हिंदू देश में सम्मान से रहे, इसके लिए काम करना ही पड़ेगा। राजनीतिक भूमिका पर प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि मेरा किसी भी दल से नाता नहीं है। किसी भी पार्टी के दफ्तर नहीं गया और न ही किसी मंत्री नेता के यहां गया। मैंने सिर्फ हिंदू हितों के लिए काम किया है। इसी के लिए लोगों से मिला हूं।