
नईदुनिया प्रतिनिधि, सिवनी। मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के वन विकास निगम (बरघाट प्रोजेक्ट) स्थित बहरई जंगल में सड़क किनारे बने 50 साल पुराने हनुमान मंदिर को क्षतिग्रस्त करने पर एसडीओ, चार रेंजर समेत वन विभाग के 16 कर्मचारियों व चौकीदार पर बरघाट पुलिस ने शुक्रवार देर रात एफआईआर दर्ज की। इसके बाद मंडल प्रबंधक डेविड चनाप ने उपसंभागीय प्रबंधक अनिल कुमार क्षत्रिय, कार्यवाहक परियोजना क्षेत्रपाल रवि गेडाम व दिनेश झारिया को निलंबित करने का प्रस्ताव क्षेत्रीय मुख्य महाप्रबंधक जबलपुर को भेजा है।
विभागीय जांच प्रारंभ करने की संस्तुति भी की गई है। मंडल प्रबंधक ने क्षेत्र के वानिकी कार्यों में लगे श्रमिक वाहिद खान, असीम खान व जावेद खान को तत्काल बहरई परिक्षेत्र से हटा दिया है। क्षेत्रीय मुख्य महाप्रबंधक ब्रजेंद्र झा ने बताया कि वन विभाग का अमला बहरई जंगल में बालाघाट-सिवनी मार्ग के किनारे स्थित हनुमान मंदिर में बिना अनुमति के अतिरिक्त निर्माण कराए जाने पर मंदिर के पुजारी व अन्य भक्तों को समझाने गया था। इसी दौरान वहां विवाद हो गया। वन विभाग ने इस कार्रवाई की जानकारी न तो राजस्व विभाग को दी और न ही पुलिस को। इस दौरान टीन शेड, सोलर पैनल तोड़ दिया।
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आरोप हैं कि मंदिर के पुजारी को हिरासत में लेकर मंदिर के घंटे, पूजन सामग्री, दान पेटी, कलश को क्षति पहुंचाकर जब्त करने का प्रयास किया गया। इस दौरान गाली-गलौच भी की। राजस्व अधिकारियों के साथ बरघाट थाना मोहनीश सिंह बैस, विधायक कमल मर्सकोले ने ग्रामीणों व हिंदूवादी संगठनों को शांत कराने का प्रयास किया। बरघाट के रंजित धुर्वे व पुजारी जटाशंकर पांडे की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है।