
Mahakal Temple: उज्जैन (नईदूुनिया प्रतिनिधि)। ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में आम भक्तों की सुविधा के लिए 1500 रुपये की रसीद पर गर्भगृह में प्रवेश करने वाले दर्शनार्थियों की संख्या को सीमित कर दिया गया है। अब सुबह छह से दोपहर एक बजे तथा शाम छह से आठ बजे तक निर्धारित समय में केवल 1200 भक्तों को गर्भगृह में प्रवेश मिलेगा।
अब तक यह संख्या असीमित थी। नई व्यवस्था लागू होने पर गुरुवार को कुछ श्रद्धालुओं ने टिकट काउंटर के बाहर हंगामा किया, लेकिन अधिकारियों ने स्पष्ट कर दिया है कि व्यवस्था में सुधार के लिए कड़े कदम उठाना आवश्यक है। गर्भगृह में अब निर्धारित संख्या में ही प्रवेश दिया जाएगा।
मंदिर प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने बताया कि मंदिर में कुछ समय से 1500 रुपये की रसीद पर दिनभर प्रवेश दिया जा रहा था। असीमित संख्या में टिकट दिए जाने से गर्भगृह में एक समय में 20-20 की संख्या में श्रद्धालु खड़े रहते थे। दर्शनार्थियों के लगातार प्रवेश व निर्गम से भगवान महाकाल के दर्शन बाधित हो रहे थे।
इससे सबसे अधिक परेशानी गणेश व कार्तिकेय मंडपम से दर्शन करने वाले दर्शनार्थियों को हो रही थी। दर्शनार्थी सैकड़ों किलोमीटर की यात्रा कर भगवान महाकाल के दर्शन करने मंदिर आते हैं और उन्हें भगवान के सुविधा से दर्शन ना हो यह मंदिर समिति नहीं चाहती, इसलिए 1500 रुपये की सशुल्क रसीद दर्शन सुविधा को समिति कर दिया गया है। तीन से चार दिन में नई व्यवस्था पूरी पारदर्शिता के साथ लागू कर दी जाएगी।
ऐसी होगी नई व्यवस्था
शिकायत करने पहुंचे श्रद्धालु, बोले तीन गुना राशि मांग रहे
सूत्र बताते हैं गर्भगृह में दर्शनार्थियों की संख्या समिति हो जाने के बाद टिकट बुकिंग में कालाबाजारी होने लगी है। गुरुवार को कुछ श्रद्धालु मंदिर कार्यालय में शिकायत लेकर पहुंचे। उनका कहना था कि कुछ सोलाधारी गर्भगृह से दर्शन कराने के लिए निर्धारित 1500 रुपये से तीन गुना राशि की मांग कर रहे हैं, लेकिन मंदिर कार्यालय में जिम्मेदार मौजूद नहीं होने से श्रद्धालु बिना शिकायत किए मायूस होकर लौट गए।