महाकाल मंदिर में दर्शन के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले एक दिन की पुलिस रिमांड पर
पुलिस ने अभिषेक भार्गव, राजकुमार शर्मा, राजेंद्र सिसौदिया, जितेंद्र पंवार व ओमप्रकाश माली को गिरफ्तार कर शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया था। जहां से कोर्ट ने सभी को एक दिन के पुलिस रिमांड पर सौंपा है। मामले में भस्म आरती प्रभारी रितेश शर्मा फरार चल रहा है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।
Publish Date: Fri, 27 Dec 2024 09:40:52 PM (IST)
Updated Date: Fri, 27 Dec 2024 09:47:14 PM (IST)
महाकाल में दर्शन कराने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया था।HighLights
- पांच गिरफ्तार, छठवां आरोपित रितेश शर्मा फरार
- उन्हें एक दिन के पुलिस रिमांड पर सौंपा गया है।
- भस्म आरती दर्शन प्रभारी की तलाश में है पुलिस।
नईदुनिया प्रतिनिधि, उज्जैन। महाकाल मंदिर में रुपये लेकर दर्शन कराने के नाम पर धोखाधड़ी करने के मामले में पुलिस ने बुधवार को छह और लोगों को आरोपित बनाया था। इनमें से पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया था। उन्हें एक दिन के पुलिस रिमांड पर सौंपा गया है। छठवां आरोपित व भस्म आरती दर्शन प्रभारी रितेश शर्मा फरार है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है। मामले में पूर्व में गिरफ्तार दर्शन प्रभारी व सफाई निरीक्षक को जेल भेजा जा चुका है।
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- बता दें कि श्री महाकालेश्वर के दर्शन करवाने व जलाभिषेक के नाम पर रुपये लेने का मामला कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने पकड़ा था।
- इसके बाद मंदिर के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल की शिकायत पर दर्शन प्रभारी राकेश श्रीवास्तव व सफाई निरीक्षक विनोद चौकसे के खिलाफ धारा 318 (4), 316 (2) बीएनएस के तहत केस दर्ज किया था।
- पुलिस रिमांड के दौरान दोनों आरोपितों से दो दिनों तक पूछताछ की गई थी।
- इसके अलावा इनके बैंक खाते व इंटरनेट मीडिया अकांउट वाट्सएप की जांच की गई थी।
- इस आधार पर मंदिर के भस्म आरती प्रभारी रितेश शर्मा, प्रोटोकाल प्रभारी अभिषेक भार्गव, आइटी सेल प्रभारी राजकुमार शर्मा, राजेंद्र सिसौदिया तथा महाकाल मंदिर की सुरक्षा संभाल रही क्रिस्टल कंपनी के कर्मचारी जितेंद्र पंवार व ओमप्रकाश माली को भी आरोपित बनाया गया है।
सालों से कर रहे थे धोखाधड़ी
- पुलिस जांच में सामने आया है कि अब तक गिरफ्तार सभी आरोपितों के बैंक खातों की जांच की गई है।
- इसके अलावा इंटरनेट मीडिया वाटसएप की डिटेल भी खंगाली गई है।
- इसमें पता चला कि सभी सालों से महाकाल मंदिर में दर्शन व भस्म आरती करवाने के नाम पर धोखाधड़ी कर रहे थे। सभी की चल-अचल संपत्ति की जानकारी जुटाई जा रही है।