लिवर डैमेज के ये लक्षण दिखते हैं रात में… यदि ऐसा हो तो इन टिप्स को फॉलो करें, मिलेगी राहत
लिवर हमारे शरीर का बहुत जरूरी अंग है, जो अशुद्धियों को शरीर के बाहर निकालने में मदद करता है। यदि यह खराब होने लगे, तो शरीर इससे पहले संकेत देना शुरू कर देता है। यदि आप उन लक्षणों को पहचान लेते हैं और समय रहते इलाज ले लेते हैं, तो यह 75 फीसदी खराब होने के बाद भी फिर से जीवित हो जाता है।
Publish Date: Thu, 12 Dec 2024 06:00:00 AM (IST)
Updated Date: Thu, 12 Dec 2024 06:00:00 AM (IST)
लिवर की सबसे बड़ी दुश्मन शराब है। इसको छोड़कर जल्द सुधार सकते हैं लिवर। फोटो- प्रतीकात्मक।HighLights
- लिवर के खराब होने पर होती हैं ब्लोटिंग, वेट गेन, थकान संबंधी परेशानी।
- लिवर डैमेज हो रहा है, तो उससे पहले शरीर दिखने लगता है कुछ लक्षण।
- अच्छी नींद लेने और शराब या नशे की लत को छोड़ने से मिलती है राहत।
डिटिजल डेस्क, इंदौर। लिवर डिटॉक्स पावरहाउस है, जिसे आजकल की जीवनशैली के कारण खराब डाइट, टॉक्सिन, स्ट्रेस और दवाइयों से जूझना पड़ता है। इनके कारण ब्लोटिंग, वेट गेन, थकान और स्किन संबंधी समस्याएं शुरू हो जाती हैं।
मगर, लिवर की खास बात ये है कि ये हमारी शरीर का एक ऐसा अंग है, जो कि 75% डैमेज होने के बावजूद फिर से जीवित हो जाता है। अगर लिवर डैमेज हो रहा है, तो उससे पहले कुछ लक्षण दिखने लगते हैं।
दिखने शुरू हो जाते हैं ये लक्षण
रात में पसीना आना- फैटी लिवर, लिवर कैंसर, प्रायमरी स्क्लेरोसिंग कॉलिंजाइटिस जैसी लिवर संबंधी समस्याओं के कारण रात में पसीना आता हैं।
रात में देर से नींद आना- हेपेटिक इंसेफेलोपैथी के मामले में नींद जल्दी नहीं आती है, जिससे पूरी सर्केडियन साइकिल डिस्टर्ब होती है।
इन्सोम्निया- लिवर की बीमारी के कारण शरीर का तापमान बदल सकता है या फिर ग्लूकोज लेवल असंतुलित हो सकता हैं। इससे इन्सोम्निया यानी रात में नींद न आने की समस्या पैदा हो सकती है।
बार बार नींद टूटना- लिवर की समस्याओं के कारण शरीर का सर्केडियन साइकिल डिस्टर्ब होता है, जिससे हंगर हार्मोन घ्रेलिन की सिक्रीशन में बदलाव होता है। शरीर के थर्मो रेगुलेशन बदलाव होते हैं, जिससे नींद सीधे तौर पर प्रभावित होती है और कई बार टूटती है।
यह भी पढ़ें- अगर आपको भी है डायबिटीज तो ठहरिये, संभलकर करिए इन सब्जियों का सेवन
![naidunia_image]()
यह भी पढ़ें- सर्दियों भर जरूर खाएं पालक, आंखों से लेकर हड्डियों और स्किन तक को मिलेगा फायदा
लिवर की बीमारी में ऐसे करें स्लीप मैनेजमेंट
- शराब या नशे का सेवन कतई न करें। शराब मेटाबॉलाइज होकर ऐसे पदार्थ बनाती है, जो लिवर के लिए बहुत नुकसानदायक होते हैं। ये फैटी लिवर के लिए भी जिम्मेदार होता है।
- शराब लिवर फाइब्रोसिस का कारण भी बनता है। यह लिवर का सबसे बड़ा दुश्मन है और साथ में इन्सोम्निया का कारण भी बनता है। इसलिए शराब का सेवन कतई न करें।
- सोने का अच्छा माहौल बनाएं। साफ बेडशीट और पिलो कवर रखें। कमरे में डिम लाइट रखें या लाइट बंद करके सोएं। साफ कपड़े पहनें।
- नींद न आए तो स्लीपिंग मेडिटेशन या पसंदीदा कोई स्लो म्यूजिक लगाकर सोने की कोशिश करें। इससे दिमाग शांत हो जाता है और नींद आने की संभावना बढ़ जाती है।
- स्वस्थ सक्रिय जीवनशैली का पालन करें। अधिक तेल, मसाला, चीनी और नमक का सेवन न करें। प्रोसेस्ड और पैकेज्ड फूड से दूरी बनाएं।
- शरीर को मूव करना न भूलें। नियमित रूप से एक्सरसाइज करें, क्योंकि इससे लिवर तक ब्लड फ्लो अच्छा होता है। बॉडी फैट कम होता है, जिससे फैटी लिवर की समस्या से भी राहत मिलती है।