Brinjal Disadvantages। बारिश के मौसम में बैंगन की सब्जी बहुत ज्यादा आती है। इसे भारतीय घरों में कई तरह से बनाकर खाया जाता है। आमतौर पर अधिकांश डॉक्टर बीमार होने पर बैंगन की सब्जी नहीं खाने की सलाह देते हैं। हेल्थ एक्सपर्ट का मानना है कि ब्लड शुगर, दिल की बीमारी सहित कई पुरानी बीमारियों में इस सब्जी का सेवन नहीं करना चाहिए। इसके अलावा आयुर्वेद में भी बैंगन की सब्जी को लेकर कई परहेज बताए गए हैं। इंदौर स्थित अष्टांग आयुर्वेद कॉलेज से आयुर्वेदाचार्य डॉ. अखिलेश भार्गव इस बारे में विस्तार से जानकारी दे रहे हैं।
बवासीर से पीड़ित मरीजों को बैंगन खाने से बचना चाहिए। बैंगन का सेवन करने से बवासीर की समस्या बढ़ सकती है। बैंगन के सेवन से पेट संबंधी विकार बढ़ जाता है। इसके अलावा मासिक धर्म के समय भी महिलाओं को बैंगन का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। बैंगन की तासीर गर्म होती है, जिससे ब्लीडिंग ज्यादा हो सकती है।
पेट के रोगियों को बैंगन खाने से बचना चाहिए। बैंगन का सेवन करने से गैस व एसिडिटी की समस्या बढ़ सकती है। बैंगन खाने से डाइजेशन सिस्टम कमजोर हो जाता है। बैंगन खाने से सूजन की समस्या भी हो सकती है। आंखों से जुड़ी कोई दिक्कत हो तो परहेज करना चाहिए।
शरीर में खून की कमी होने पर भी बैंगन नहीं खाना चाहिए। बैंगन शरीर में खून उत्पादन को प्रभावित करता है। इसके अत्यधिक सेवन से शरीर कमजोर हो जाता है। बैंगन खाने से स्किन एलर्जी भी हो सकती है और पथरी का दर्द बढ़ सकता है। बैंगन में पाया जाने वाला ऑक्सलेट पथरी की समस्या को बढ़ा देता है।