Children Height हेल्थ डेस्क, इंदौर। बच्चों की हाइट (लंबाई) कम होने से कई पालक परेशान होते हैं। इसके उम्र के हिसाब से कम होने के कई कारण हो सकते हैं। हमारी हाइट 18 वर्ष तक की उम्र तक ही बढ़ती है। लंबाई ना बढ़ने के कारण अनुवांशिक के अलावा किडनी, हार्ट, टीबी, एनीमिया आदि की बीमारी होना भी होता है। यदि पालकों को लगे कि समय पर बच्चे की लंबाई नहीं बढ़ रही है तो उन्हें विशेषज्ञों से इलाज करवाना चाहिए।
कई लोग 20-25 वर्ष की आयु में विशेषज्ञों के पास जाते हैं, लेकिन फिर कोई विकल्प नहीं रहता है। उम्र के हिसाब से लंबाई जांचने के लिए इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक के चार्ट को देखा जाता है। यदि इसके हिसाब से लंबाई कम रहती है तो पालकों की हाईट भी देखी जाती है। जिससे पता चल सके कि इसका कारण अनुवांशिक तो नहीं है।
हार्मोन विशेषज्ञ डाॅ राजेश वर्मा इसके लिए माता-पिता की कुल लंबाई को दो से डिवाइड किया जाता है। इसमें लड़कों की हाईट में 6.5 सेमी जोड़ा जाता है और लड़कियों की हाईट में 6.5 सेमी कम किया जाता है। इसके साथ ही इसके लिए पांच अलग-अलग तरह की जांच भी होती है। जिसमें हड्डियों का एक्सरे कर यह जाना जाता है कि हड्डियों की उम्र कितनी है। इसके साथ ही ग्रोथ हार्मोन की जांच भी की जाती है। यदि इसके कारण लंबाई कम होती है तो फिर ग्रोथ हार्मोन थेरेपी दी जाती है। जिसमें रोजाना या फिर हफ्ते में एक इंजेक्शन लगाया जाता है।