डिजिटल डेस्क, इंदौर। अगर आपका विकसित होता हुआ बच्चा शारीरिक रूप से कमजोर है। जल्दी थक जाता है। अधिक मेहनत वाले काम करने से भागता है। जल्दी-जल्दी बीमार पड़ता है, तो जरूरत है कि आप उसे शारीरिक रूप से पोषण दें। इसके साथ ही एक्सरसाइज और योगा जैसी चीजें उसकी लाइफस्टाइल में शामिल करें।
ताकत देने वाले फूड्स का सेवन करने से बच्चे को इंस्टेंट एनर्जी तो मिलती ही है। साथ ही उसके संपूर्ण विकास में सहयोग भी मिलता है। जानते हैं कि शारीरिक रूप से कमजोर बच्चे को खाने में क्या दें, जो जादू की तरह बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास को भी बेहतर बनाता है…
रागी- रागी में प्रोटीन पाया जाता है। ढेर सारे एंटी ऑक्सीडेंट और माइक्रो न्यूट्रिएंट भी मौजूद होते हैं, जो बढ़ते हुए बच्चों के लिए एक परफेक्ट सुपरफूड का काम करते हैं। मगर, रागी का स्वाद संभव है कि बच्चों को उतना पसंद न आए। इसलिए रागी से कुकीज, चिल्ला, पैनकेक या डोसा बना कर बच्चों को दें।
गाजर- सर्दियों में गाजर का हलवा सभी बनाते और खाते हैं। गाजर विकसित हो रहे बच्चों की आंखों के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसमें प्रोटीन, बीटा कैरोटिन और ढेर सारे एंटी ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, जो इम्यूनिटी बूस्ट करने में मदद करते हैं। गाजर से हलवा के अलावा आप सूप, सलाद, पुलाव आदि बना सकते हैं।
नट्स- बढ़ते हुए बच्चों के लिए नट्स उनकी डाइट का अहम हिस्सा होना चाहिए। नट्स के साथ सीड्स में ओमेगा थ्री के साथ ढेर सारे एंटी ऑक्सीडेंट, मिनरल और विटामिन पाए जाते हैं, जो मुख्य रूप से ब्रेन हेल्थ के लिए बेहद जरूरी होते हैं। बादाम को भिगोकर छिलके उतार कर खिलाएं। अखरोट को खजूर के साथ मिला कर इसकी एनर्जी बॉल या बाइट्स बना कर बच्चों को दें।
अंडे- अंडे में ढेर सारे प्रोटीन, विटामिन ए, विटामिन बी12, राइबोफ्लेविन और कोलिन पाया जाता है, जो कि बच्चे को इंस्टेंट एनर्जी देने के साथ उनके ब्रेन सेल के निर्माण में सहायक होता है और उन्हें सम्पूर्ण स्वास्थ्य लाभ देता है।
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दो साल तक के बच्चों को अंडे को स्क्रैंबल कर के दें या फिर अंडे के पीले भाग की प्यूरी बना कर दें। 3 से 5 साल तक के बच्चों को ऑमलेट रैप या अंडा भुर्जी दें और इससे बड़े बच्चों को अंडा करी या फिर अंडे से बना फ्राइड राइस दें।
ऑयली फिश- ओमेगा थ्री से भरपूर ऑयली फिश बच्चे के ब्रेन के विकास के लिए बेहद फायदेमंद है। दो साल तक के बच्चे को फिश प्यूरी या फिर साल्मन मैश दिया जा सकता है।
3 से 5 साल के बच्चे को फिश टिक्का बाइट्स या फिश सैंडविच दें। इससे बड़े बच्चों को टूना पुलाव या फिर बेक्ड फिश दे सकते हैं।