
लाइफस्टाइल डेस्क, इंदौर। कड़वे स्वाद के कारण करेले की सब्जी कई लोगों को पसंद नहीं होती है, ऐसे में यदि लोगों को करेले का जूस पीने की सलाह दी जाए तो वे तत्काल इससे इनकार कर देंगे। करेला स्वाद में भले ही कड़वा होता है, लेकिन सेहत के लिए किसी औषधि से कम नहीं होता है। आयुर्वेद में भी करेले के औषधीय गुणों के बारे में विस्तार से जानकारी मिलती है। इंदौर स्थित अष्टांग आयुर्वेद कॉलेज के डॉ. अखिलेश भार्गव का कहना है कि रोज सुबह यदि खाली पेट करेले का जूस पीते हैं तो इससे न सिर्फ खून साफ होता है, बल्कि इन बीमारियों से भी बचा जा सकता है।
करेले का रस रक्त शर्करा के स्तर को कम में मदद करता है। यह डायबिटीज के रोगियों के लिए रामबाण औषधि के समान है। करेले में ऐसे यौगिक होते हैं, जो इंसुलिन उत्सर्जन को प्रोत्साहित करते हैं। यह खून में ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है।
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करेले में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। इसमें विटामिन-सी भी भरपूर होता है, जो शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करते हैं। करेला मौसम बीमारियों से लड़ने और संक्रमण से बचाने में मदद करता है। रोज सुबह खाली पेट करेले का जूस पीने से बीमार होने का खतरा कम हो जाता है।
करेले के जूस में कैलोरी कम और फाइबर अधिक होता है, जो वजन घटाने वाला आहार माना जाता है। यह शरीर का मेटाबॉलिज्म बढ़ाता है। करेले के जूस के सेवन से पाचन में भी सुधार होता है। यह पाचन एंजाइमों के स्राव को उत्तेजित करने में मदद करता है।
करेले के रस का नियमित सेवन शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद मिलती है। हार्ट अटैक का खतरा कम हो जाता है। यह स्किन के लिए भी फायदेमंद होता है। करेले के रस में एंटी-ऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाए रखने में मदद करते हैं।