
हेल्थ डेस्क, इंदौर। Navratri Fast: नवरात्र में नौ दिन के व्रत में केवल फलाहार ही कर रहे हैं, तो साबूदाना खिचड़ी, वड़ा, आलू या सिर्फ मिठाई पर ही निर्भर न रहें। साबूदाना या आलू में स्टार्च अधिक होता है और तेल या घी में इन्हें बनाने से उनमें वसा भी अधिक होता है। इससे ऊर्जा तो मिल जाएगी, लेकिन जरूरी पोषक तत्व नहीं मिल सकेंगे। प्रेरणा पावेचा, पोषण और आहार विशेषज्ञ के मुताबिक, चैत्र नवरात्र के दौरान अधिकांश महिलाएं और पुरुष व्रत रखते हैं। ऐसे में उन्हें लापरवाही ना बरतते हुए, खानपान का भी विशेष तौर पर ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि अभी गर्मी भी अधिक हो रही है।
इसके लिए अच्छे स्वास्थ्य के लिए नारियल पानी और फलों के रस का सेवन करना फायदेमंद होता है। इसके साथ ही पानी भी अधिक मात्रा में पीना चाहिए। बेहतर होगा हमें यदि तला हुआ खाने से बचें। इसके बजाय मोरधन, फल, राजगीरा की रोटी, दही, छाछ आदि का सेवन करना चाहिए। इसके साथ ही कई लोग व्रत के दौरान बार-बार चाय-कॉफी का सेवन भी करते हैं। हमें इससे भी बचना चाहिए। चाय-कॉफी में मौजूद कैफीन पोषक तत्व को नष्ट करता है। यह हमारी सेहत पर असर करता है।
व्रत करने वाले व्यक्ति को ऐसा भोजन करना चाहिए जो पोषक तत्वों से भरा हो। व्रत करने पर यह ध्यान रखें कि पोषक तत्वों की कमी न होने दें। जिन्हें फील्ड वर्क अधिक करना होता है या जो लोग वर्कआउट पर फोकस करते हैं, वह व्रत के दौरान भी खानपान पर विशेष ध्यान रखें।
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