कहीं ज्यादा हल्दी तो नहीं खा रहे हैं आप, फायदे से ज्यादा हो सकता है नुकसान
हल्दी के लगभग सभी स्वास्थ्यवर्धक गुणों के लिए करक्यूमिन बहुत सहायक है। ये फाइटोन्यूट्रिएंट से भरपूर होता है जो कि फ्री रेडिकल को न्यूट्रल करता है। हर किचन की शान हल्दी इसके बावजूद कई मायनों में फायदे से ज्यादा नुकसान पहुंचा सकती है।
Publish Date: Sun, 16 Feb 2025 10:00:00 AM (IST)
Updated Date: Sun, 16 Feb 2025 01:23:08 PM (IST)
हल्दी की तासीर गर्म होती है। वहीं कुछ लोगों को हल्दी से एलर्जी हो सकती है।HighLights
- हल्दी ब्लड थिनर यानी खून पतला करने का काम करती है।
- ब्लीडिंग डिसऑर्डर के मरीजों को हल्दी नहीं खानी चाहिए।
- आयरन सप्लीमेंट लेने वाले भी ज्यादा हल्दी खाने से बचें।
डिजिटल डेस्क, इंदौर। सदियों से हल्दी को एक औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है। भारतीय किचन हल्दी के बिना अधूरा है। हल्दी स्वाद बढ़ाने के साथ पाचन क्रिया को दुरुस्त करती है। घाव भरने में सहायक होती है और ये एक बेहतरीन एंटी इन्फ्लेमेटरी एजेंट है।
साथ ही ये एक अच्छा एंटी ऑक्सीडेंट भी है। हल्दी में पाए जाने वाला पावरफुल बायोएक्टिव नेचुरल कंपाउंड (पॉलिफिनॉल) है करक्यूमिन। हल्दी के लगभग सभी स्वास्थ्यवर्धक गुणों के लिए करक्यूमिन बहुत सहायक है। ये फाइटोन्यूट्रिएंट से भरपूर होता है जो कि फ्री रेडिकल को न्यूट्रल करता है।
जहां हल्दी इतने सारे फायदे ले कर हमारी डाइट का अभिन्न हिस्सा बनती है। वहीं, इसके अत्यधिक सेवन के नुकसान भी हैं। कुछ खास स्थिति में हल्दी के अत्यधिक सेवन से बचना चाहिए। इसलिए हल्दी के साइड इफेक्ट्स की सही जानकारी जरूरी है। आइए जानते हैं कि क्या हैं हल्दी के साइड इफेक्ट्स।
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- अधिक हल्दी का सेवन करने से यूरिनरी ऑक्सलेट का लेवल बढ़ सकता है, जिससे किडनी स्टोन होने की आशंका बढ़ जाती है।
- हल्दी के अधिक सेवन से हार्ट संबंधी समस्याएं भी शुरू हो सकती हैं।
- स्किन के ऊपर हल्दी लगाने से एलर्जिक कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस की समस्या शुरू हो सकती है।
- हल्दी से पिटिंग एडिमा या सूजन और खुजली भी एलर्जी के रूप में देखने को मिल सकता है।
- लिवर या बाईल डक्ट की समस्याओं से जूझने वाले लोगों को ज्यादा हल्दी नहीं खानी चाहिए।
- हल्दी एक प्रकार से ब्लड थिनर का काम करती है यानी खून को पतला करने का काम करती है।
- ब्लीडिंग डिसऑर्डर का सामना करने वाले लोगों को हल्दी के अत्यधिक सेवन से बचना चाहिए।
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- ब्रिटिश हार्ट फाउंडेशन के अनुसार, हल्दी ब्लड को पतला करती है। इससे ब्लीडिंग जल्दी शुरू होती है।
- हल्दी आयरन के एब्सॉर्पशन को प्रभावित करता है। इसलिए आयरन सप्लीमेंट लेने वाले कम हल्दी खाएं।
- आजकल हल्दी बनाने वाली कंपनियां मिलावट करती हैं, जिससे लेड पॉयजनिंग का खतरा बढ़ता है।
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- लेड टॉक्सिक होता है जो कि प्रेग्नेंट महिलाओं और छोटे बच्चों के लिए बेहद खतरनाक माना जाता है।
- हल्दी कई दवाइयों के साथ भी इंटरैक्ट करती है। इसलिए हल्दी का दवा के प्रति इंटरकेशन भी समझ लें।