डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इतिहास के पन्नों में 20 अगस्त का दिन कई मायनों में खास है। यह दिन विज्ञान, समाज सुधार, राजनीति और खेल से जुड़ी कई बड़ी घटनाओं का गवाह रहा है। राजा राम मोहन राय द्वारा ब्राह्म समाज की नींव रखने से लेकर मलेरिया फैलाने वाले मच्छर की पहचान, पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का जन्म और विश्वनाथन आनंद की शतरंज उपलब्धि 20 अगस्त ने हर युग में इंसानियत और प्रगति को नई दिशा दी है।
समाज सुधार की नींव
1828 में इस दिन राजा राम मोहन राय ने कोलकाता में ब्राह्म समाज का पहला सत्र आयोजित किया। यह आंदोलन भारतीय समाज में नैतिक सुधार और जातिवाद व कुप्रथाओं के खिलाफ एक बड़ा कदम साबित हुआ।
मलेरिया फैलाने वाले मच्छर की पहचान
1897 में ब्रिटिश वैज्ञानिक सर रोनाल्ड रॉस ने कोलकाता के प्रेसिडेंसी हॉस्पिटल में यह खोज की कि मलेरिया का संक्रमण एनोफिलीज मच्छर से फैलता है। इस खोज ने चिकित्सा जगत में क्रांति ला दी और मलेरिया नियंत्रण का रास्ता खोला।
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का जन्म
1944 में इस दिन देश के नौवें प्रधानमंत्री राजीव गांधी का जन्म हुआ। उन्हें भारत में सूचना प्रौद्योगिकी और टेलीकॉम क्रांति की नींव रखने का श्रेय दिया जाता है।
आईटी सेक्टर के स्तंभ नारायणमूर्ति
1946 में इन्फोसिस के संस्थापक एन.आर. नारायणमूर्ति का जन्म हुआ। उन्होंने भारतीय आईटी उद्योग को वैश्विक पहचान दिलाई और लाखों युवाओं को रोज़गार के अवसर दिए।
संवैधानिक बदलाव
1949 में हंगरी ने नया संविधान अपनाया। यह घटना वहां लोकतांत्रिक व्यवस्था की नींव साबित हुई।
प्राकृतिक आपदा की त्रासदी
1988 में 6.5 तीव्रता वाले भूकंप ने भारत और नेपाल को हिला दिया। इस आपदा में करीब 1,000 लोगों की मौत हुई और हजारों लोग बेघर हो गए।
सबसे बड़ा रेल हादसा
1995 में 20 अगस्त को पुरुषोत्तम एक्सप्रेस और कालिंदी एक्सप्रेस की टक्कर हो गई। इस हादसे में 250 से अधिक यात्रियों की मौत हुई और यह भारत के सबसे भयावह रेल हादसों में से एक माना जाता है।
शतरंज में भारत का नाम रोशन
2001 में इस दिन ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद ने विलारोडेज़ शतरंज चैम्पियनशिप में अलेक्ज़ई शिरोव को हराया और भारत का नाम विश्व स्तर पर रोशन किया।
20 अगस्त का दिन सिर्फ कैलेंडर की तारीख नहीं, बल्कि यह उन घटनाओं की याद दिलाता है जिन्होंने समाज सुधार, विज्ञान, राजनीति और खेल के क्षेत्र में भारत और दुनिया को नई दिशा दी। यह दिन हमें बताता है कि कैसे इतिहास की हर तारीख अपने भीतर एक नया सबक और प्रेरणा समेटे होती है।