डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इतिहास हमें अतीत की घटनाओं और व्यक्तित्वों से सीख देता है। हर दिन के अपने खास महत्व होते हैं और 19 अगस्त(August 19 in History) भी भारतीय और विश्व इतिहास में कई महत्वपूर्ण घटनाओं और व्यक्तित्वों के लिए जाना जाता है। आइए जानते हैं 19 अगस्त की प्रमुख घटनाओं और जन्म-दिवसों के बारे में।
इतिहास में दर्ज तारीख
1600: इस दिन मुग़ल सम्राट अकबर ने अहमदनगर पर विजय प्राप्त की। यह विजय उस समय के राजनीतिक संतुलन को बदलने वाली थी और अकबर की प्रशासनिक और सैन्य कुशलता का प्रमाण थी।
1666: छत्रपति शिवाजी महाराज ने आगरा में फ़लों की टोकरी में छिपकर औरंगजेब की कैद से भागने में सफलता पाई। यह घटना उनके साहस और रणनीतिक सोच की मिसाल बनी।
1757: ईस्ट इंडिया कंपनी ने पहली बार एक रुपये का सिक्का ढाला। यह सिक्का व्यापार और आर्थिक नियंत्रण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था।
1796: ब्रिटेन के खिलाफ स्पेन और फ्रांस ने एक संधि की। इस संधि ने यूरोप के राजनीतिक मानचित्र पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाला और सामरिक गठजोड़ों की नींव रखी।
1907: हिंदी के प्रसिद्ध निबन्धकार, उपन्यासकार और आलोचक हज़ारी प्रसाद द्विवेदी का जन्म हुआ। उन्होंने हिंदी साहित्य में अमूल्य योगदान दिया और भारतीय संस्कृति की धरोहर को संजोया।
1909: प्रसिद्ध वकील, न्यायाधीश और नेता बदरुद्दीन तैयब जी का निधन हुआ। उनका जीवन न्याय और समाज सेवा के लिए समर्पित था।
1918: भारत के नवें राष्ट्रपति शंकरदयाल शर्मा का जन्म हुआ। उन्होंने भारतीय राजनीति और प्रशासन में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
1919: अफ़ग़ानिस्तान ने ब्रिटेन से अपनी स्वतंत्रता की घोषणा की। यह ऐतिहासिक कदम अफ़ग़ानिस्तान की संप्रभुता और राष्ट्रीय पहचान के लिए मील का पत्थर साबित हुआ।
1944: भारत से जापान की अंतिम सैन्य टुकड़ी को खदेड़ दिया गया। यह घटना द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान भारत में संघर्ष और वीरता का प्रतीक रही।
1949: भुवनेश्वर ओडिशा की राजधानी बनी। यह कदम राज्य प्रशासन और विकास के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण था।
1964: संचार उपग्रह सिनकोम 3 का प्रक्षेपण हुआ। इस प्रक्षेपण ने वैश्विक संचार और तकनीकी क्षेत्र में नई दिशा दी।
1967: सत्या नडेला का जन्म हुआ, जो बाद में माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ बने। उनका नेतृत्व और नवाचार तकनीकी दुनिया में प्रेरणा स्रोत हैं।
1977: सोवियत संघ ने सेरी सागान में परमाणु परीक्षण किया। यह परीक्षण अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा और परमाणु नियंत्रण की दृष्टि से महत्वपूर्ण था।
1978: ईरान के एक सिनेमा घर में आग लगने से 422 लोगों की मृत्यु हुई। यह त्रासदी सुरक्षा मानकों की अनदेखी और बड़े पैमाने पर जनहानि की चेतावनी बन गई।