
ब्यूरो, चंडीगढ (Haryana Chunav 2024)। हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस में खींचतान बढ़ सकती है। दरअसल, अखिलेश यादव चाहते हैं कि कांग्रेस हरियाणा की कुछ सीटें समाजवादी पार्टी के लिए छोड़े, जबकि हरियाणा कांग्रेस के नेता इससे साफ इनकार कर रहे हैं।
समाजवादी पार्टी ने हरियाणा की 3 से 5 सीटों पर दावेदारी पेश की है। ये सीटें मुस्लिम और यादव बहुल हैं। दक्षिण हरियाणा की इन सीटों के लिए अखिलेश यादव ने कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल से चर्चा की है।
हालांकि, अभी कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का साफ कहना है कि समाजवादी पार्टी के साथ सीट शेयरिंग पर कोई बात नहीं हुई है।
बकौल हुड्डा, समाजवादी पार्टी हो, या आम आदमी पार्टी, इनके साथ राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस का गठबंधन (INDIA) है, लेकिन राज्य में नहीं। यही कारण है कि कांग्रेस पार्टी हरियाणा का चुनाव पूरी तरह से अपने दम पर लड़ेगी।


अब सब कुछ कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व पर टिका है। सोनिया गांधी और राहुल गांधी को ही फैसला करना है कि सपा को हरियाणा में सीटें दी जाएं या नहीं। हालांकि, दोनों तरफ जोखिम है।
यदि हरियाणा में सपा के साथ सीटें बांटी जाती हैं, तो स्थानीय नेताओं में नाराजगी का खतरा है। यदि सपा को सीट नहीं दी जाती है, तो उत्तर प्रदेश उपचुनाव में कांग्रेस को झटका लग सकता है।