Himachal Politics Vidhan Sabha News: एजेंसी, शिमला। हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा की एक सीट के लिए वोटिंग जारी है। खबर है कि कांग्रेस के कुछ विधायक क्रॉस वोटिंग कर सकते हैं। यदि ऐसा हुआ तो न केवल कांग्रेस के हाथ से यह राज्यसभा सीट चली जाएगी, बल्कि विधानसभा में सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार पर भी संकट गहरा जाएगा।
इस बीच, राज्यसभा चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार हर्ष महाजन ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा, सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार से कांग्रेस विधायक नाराज हैं। यदि मैं राज्यसभा चुनाव जीता, तो हिमाचल में गिर जाएगी कांग्रेस की सरकार।
वहीं, भाजपा भी हमलावर हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि सुक्खू बहुमत खो चुके हैं। उन्हें तत्काल इस्तीफा दे सकते हैं।
#WATCH | On Rajya Sabha elections, Himachal Pradesh CM Sukhvinder Sukhu says, "We have 40 MLAs. Agar koi bika nahi hoga toh humein 40/40 votes aayenge..." pic.twitter.com/xlryWEHJru
— ANI (@ANI) February 27, 2024
हिमाचल में कांग्रेस ने अभिषेक मनु सिंघवी, तो भाजपा ने हर्ष महाजन को मैदान में उतारा है। हिमाचल की 68 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के 40 विधायक हैं। कांग्रेस का दावा है कि 3 निर्दलीय विधायक भी उसके साथ हैं। भाजपा के 25 विधायक हैं।
विधायकों की नाराजगी स्वाभाविक है। विधायकों को सरकार से आशा थी। उनको लगता है कि सरकार कुछ करेगी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। वो कहां वोट करते हैं, यह तो परिणाम आने पर पता चलेगा। - प्रतिभा सिंह, हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष (क्रॉस वोटिंग की खबरों पर)
भाजपा के हर्ष महाजन को जीत के लिए 7 कांग्रेस विधायक और 3 निर्दलीयों विधायकों का साथ अनिवार्य है। दूसरी स्थिति यह है कि कांग्रेस के 13 विधायक मतदान ही न करें।
अगर विधायक नहीं बिका होगा तो 40 वोट पक्के हैं। भाजपा में अन्तर्रात्मा नाम की कोई चीज नहीं है। कांग्रेस विचारधारा वाली पार्टी है। - सुखविंदर सिंह सुक्खू, मुख्यमंत्री, हिमाचल प्रदेश
यदि कांग्रेस के 7 विधायक क्रॉस वोटिंग करते हैं तो हिमाचल प्रदेश में सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार भी अल्पमत में आ जाएगी। 2022 के हिमाचल विधानसभा चुनावों के अनुसार, प्रदेश में बहुमत का आंकड़ा 35 है। कांग्रेस के पास अभी 40 विधायक हैं। यदि 7 विधायक बागी होते हैं तो विधानसभा में गणित गड़बड़ा जाएगा।
हिमाचल विधानसभा में जल्द ही फाइनेंस बिल पेश होना है। बिल के दौरान वोटिंग की बारी आती है तो सरकार संकट में आ सकती है।
हिमाचल विधानसभा की स्थिति