एजेंसी, नई दिल्ली Iran-Israel War: ईरान-इजरायल के बीच संघर्ष की वजह से भारतीय नागरिकों को भी काफी परेशानी झेलनी पड़ी है। इसको देखते हुए भारतीय सरकार ने 18 जून को 'ऑपरेशन सिंधु' की शुरुआत की थी, जिसके तहत ईरान में फंसे भारतीय नागरिकों को सुरक्षित भारत वापस लाया जा रहा है।
इस कड़ी में ईरान के शहर मशहद से एक और प्लेन रविवार रात 290 नागरिकों को लेकर दिल्ली पहुंचा। इन छात्रों में बड़ी संख्या में कश्मीर के छात्र थे। 'ऑपरेशन सिंधु' के तहत भारत सरकार ईरान से अब तक 1,117 भारतीय नागरिकों को सुरक्षित स्वदेश ला चुका है।
भारत के इस प्रयास को ईरान का भी साथ मिला, जिसने भारत से शत्रुता के बाद भी भारतीय नागरिकों की खातिर अपना हवाई क्षेत्र खोल दिया। इसको लेकर दिल्ली में ईरानी दूतावास के उप-प्रमुख मोहम्मद जावेद हुसैनी ने कहा, 'ईरान का हवाई क्षेत्र फिलहाल बंद है, लेकिन हम भारतीय नागरिकों की सुरक्षित निकासी के लिए इसकी सुविधा प्रदान कर रहे हैं।' उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में अतिरिक्त उड़ानों की योजना बनाई जा सकती है। उन्होंने यहां भारत सरकार के साथ सभी तरह के सपोर्ट बात की।
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'ऑपरेशन सिंधु' के तहत जैसे ही भारतीय नागरिक दिल्ली पहुंचे, वैसे ही दिल्ली एयरपोर्ट 'भारत माता की जय' और 'हिंदुस्तान जिंदाबाद' के नारे से गूंज उठा। दिल्ली पहुंचने वाले ईरान से आए छात्रों ने अपना डर साझा किया और 'ऑपरेशन सिंधु' के लिए भारतीय अधिकारियों की जमकर तारीफ की।
समाचार एजेंसी पीटीआई ने मशहद से पहुंची एक शरणार्थी के हवाले से कहा, 'भारत सरकार ने हमारे लिए बहुत कुछ किया है। मैं यह बता नहीं सकती कि अपने देश पहुंचकर आपको कितनी शांति महसूस होती है।'
ईरान यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज की एमबीबीएस छात्रा सेहरिश रफीक ने एएनआई को बताया, 'ईरान में स्थिति काफी विनाशकारी थी। पहले तो हमें उम्मीद नहीं थी कि यह इतना बढ़ जाएगा। सभी कश्मीरी वास्तव में भारत सरकार के आभारी हैं।'
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