'नेहरू ने वंदे मातरम के टुकड़े किए, इंदिरा ने जेल भेजा..', पढ़ें, संसद में अमित शाह ने और क्या कहा
Parliament Winter Session: संसद में वंदे मातरम् पर जारी बहस आज दूसरे दिन भी जारी रही। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बाद आज गृह मंत्री अमित शाह ने भी राज्यसभा में इस मुद्दे पर अपनी बात रखी और विपक्ष पर तीखे आरोप लगाए।
Publish Date: Tue, 09 Dec 2025 05:11:51 PM (IST)
Updated Date: Tue, 09 Dec 2025 05:12:46 PM (IST)
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह।HighLights
- वंदे मातरम् पर जारी बहस आज दूसरे दिन भी जारी
- गृह मंत्री ने राज्यसभा में इस मुद्दे पर अपनी बात रखी
- बोले, मातृभूमि का वंदन भारतीय परंपरा का मूल है
डिजिटल डेस्कः संसद में वंदे मातरम् पर जारी बहस आज दूसरे दिन भी जारी रही। सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोकसभा में इस चर्चा की शुरुआत की थी, जिसके बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बाद आज गृह मंत्री अमित शाह ने भी राज्यसभा में इस मुद्दे पर अपनी बात रखी और विपक्ष पर तीखे आरोप लगाए।
अमित शाह ने क्या कहा?
राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, वंदे मातरम् पर चर्चा की आवश्यकता तब भी थी जब यह रचा गया था। आजादी के आंदोलन के दौरान भी थी। आज भी है और 2047 में जब भारत विकसित राष्ट्र बनेगा, तब भी रहेगी। उन्होंने वंदे मातरम् की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर बोलते हुए कहा कि यह रचना विदेशी आक्रमणों और सांस्कृतिक चुनौतियों के प्रतिकार के रूप में सामने आई थी।
बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय ने सदियों तक चले इस्लामिक आक्रमण और अंग्रेजों द्वारा नई संस्कृति थोपने की कोशिशों के बीच एक सांस्कृतिक जागरण का मंत्र दिया। उन्होंने आगे कहा कि मातृभूमि का वंदन भारतीय परंपरा का मूल है, मातृभूमि का वंदन प्रभु श्रीराम, आचार्य शंकर और चाणक्य सभी ने किया है। मातृभूमि से बड़ा कुछ नहीं होता, और इसी भावना को बंकिम बाबू ने पुनर्जीवित किया।
नेहरू पर निशाना
अमित शाह ने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू पर सीधे निशाना साधते हुए कहा, वंदे मातरम् की स्वर्ण जयंती पर नेहरू जी ने इसके दो हिस्से कर इसे सिर्फ दो अंतरों तक सीमित कर दिया। वहीं से तुष्टीकरण की शुरुआत हुई। यदि ऐसा न हुआ होता, तो देश का विभाजन भी नहीं होता।
इंदिरा गांधी के कार्यकाल पर टिप्पणी
उन्होंने आगे आरोप लगाया, वंदे मातरम् के 100 वर्ष पूरे होने पर इसे बोलने वालों को इंदिरा गांधी ने जेल भेज दिया। आपातकाल लगाया गया, विपक्ष और सामाजिक कार्यकर्ताओं को कैद किया गया, अखबारों पर ताले लगा दिए गए और पूरे देश को बंद कर दिया गया।
कांग्रेस पर हमला
अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाले समय में संसद में वंदे मातरम् का गान बंद कर दिया गया था। उन्होंने कहा, 1992 में भाजपा सांसद राम नाईक ने फिर से वंदे मातरम् का गान शुरू करने का मुद्दा उठाया। उस समय नेता प्रतिपक्ष लालकृष्ण आडवाणी ने भी लोकसभा अध्यक्ष से इसे दोबारा शुरू कराने की मांग की थी।