नई दिल्ली। तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म को खत्म करने देने के बयान के बाद भाजपा नेता उनकी कड़ी निंदा की है। भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने प्रेस वार्ता में कहा कि उदयनिधि स्टालिन के बयान से 'मोहब्बत की दुकान' का असली किरदार साफ हो गया है। उन्होंने I.N.D.I.A. गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि मुंबई में हुई बैठक के 24 घंटे में उदयनिधि का यह बयान सामने आया है। भाजपा सांसद ने सवाल उठाते हुए कहा कि उदयनिधि को यह किसने लिखकर दिया? इस बयान में विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A. की क्या भूमिका है?
तमिलनाडु में डीएमके सरकार के युवा कल्याण मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने शनिवार को सनातन धर्म की तुलना कोराना, मलेरिया और डेंगू से करते हुए कहा कि इसे खत्म कर देना चाहिए। इसके बयान के बाद लगातार उनकी आलोचना हो रही है।
अमित शाह ने भी सनातन धर्म के अपमान पर साधा निशाना
राजस्थान में सभा के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि ये दो दिन से सनातन धर्म का अपमान कर रहे हैं। विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A. में शामिल डीएमके और कांग्रेस के बड़े नेता कह रहे हैं कि सनातन धर्म को खत्म कर देना चाहिए। इन्होंने वोट बैंक और तुष्टिकरण की राजनीति के लिए संस्कृति का अपमान किया है।
असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि मैं उदयनिधि स्टालिन ने खुद को बेनकाब कर दिया है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि गठबंधन में अब क्या कांग्रेस डीमके के साथ रहेगी। राहुल गांधी को यह निर्णय लेना होगा कि वे सनातन धर्म का सम्मान करते हैं या नहीं। अगर वो कुछ नहीं करते तो साफ हो जाएगा कि ये सनातन धर्म के विरोधी हैं।
मध्य प्रदेश के चित्रकूट में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उदयनिधि स्टालिन के सनातन को खत्म करने के बयान पर पूछा कि क्या यह I.N.D.I.A. गठबंधन की राजनीति का हिस्सा है। ऐसा बयान देने में उन्हें कोई झिझक नहीं हुई।