इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। नगर निगम द्वारा स्वच्छता अभियान के तहत शहर में 12 मशीनों का उपयोग किया जा रहा है। ये मशीनें रोज रात में सड़क किनारे सफाई कर धूल खींचती हैं। सभी मशीनें रोज करीब 450 किमी लंबाई में सफाई करती हैं। हर मशीन रोज 35-40 किमी लंबाई में घूमकर सफाई करती है। निगम ने पहले इक्का-दुक्का मशीन लेकर यह काम शुरू करवाया था, लेकिन परिणाम अच्छे आने पर मशीनों की संख्या बढ़ाई गई।
कुछ साल पहले निगम ने जो मशीनें खरीदी थीं, उनसे धूल बहुत उड़ती थी। जब भी ये मशीनें सफाई के लिए निकलतीं तो लोग परेशान होते थे। निगम के कर्ताधर्ताओं ने यह बात समझी कि मशीनें ऐसी हों जो सफाई करें तो धूल नहीं उड़े। विभिन्ना कंपनियों से बात की गई और ऐसी मशीनें मिली जो धूल नहीं उड़ाती। नई मशीनों में धूल के साथ कचरा खींचने की भी क्षमता है। प्रदेश में इंदौर संभवतः पहला शहर है जो सड़कों की सफाई में 12 मशीनों का उपयोग कर रहा है।
एक रोड के चार किनारे साफ करती है मशीन
मशीनों से शहर की मुख्य और फीडर सड़कों की सफाई करवाई जाती है। ज्यादातर प्रमुख सड़कों पर डिवाइडर हैं। मशीन एक दिशा में दोनों किनारे साफ करती है और उसी रोड पर उलटी दिशा में भी दोनों तरफ यह काम करती है। यानी कोई सड़क यदि एक किमी लंबी है तो यह मशीन उसके चार किमी लंबे हिस्से में सफाई करती है।
मॉनीटरिंग के लिए लगाया जीपीएस
हर मशीन का रूट प्लान नगर निगम द्वारा तय किया जाता है और चालक को निर्देश दिए जाते हैं कि वह उसी अनुरूप सड़कों की सफाई करे। मशीन की मॉनीटरिंग के लिए उसे जीपीएस से जोड़ा गया है। जीपीएस से यह तुरंत पता लगाया जा सकता है कि मशीन कहां सफाई कर रही है?
हाईवे की सफाई करने वाली मशीनें खरीदेंगे
निगम के अपर आयुक्त रोहन सक्सेना ने बताया कि नगर निगम के पास 12 मशीनें हैं जिनसे सफाई करवाई जा रही है। रोजाना औसतन 450 किमी से ज्यादा लंबाई की सड़कें साफ हो रही हैं। निगम हाईवे की सफाई करने वाली बड़ी मशीनें खरीदने की तैयारी कर रहा है। फिलहाल उनका डेमोंस्ट्रेशन लिया जा रहा है।