धर्म डेस्क, इंदौर। गर्मी और उमस से मानसून की पहली बूंद से लोगों को राहत महसूस होती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बारिश का काम सिर्फ मौसम में ठंडक लाना नहीं है। इसका जल को बेहद पवित्र और शक्तिशाली होता है। इसके जल की ताकत से घर में सौभाग्य आता है। आर्थिक तंगी झेल रहे लोगों को राहत मिलती है। ग्रह दोष के निवारण में भी इस जल का उपयोग किया जा सकता है।
आइए आज विस्तार से बारिश के जल के टोटके-उपाय के बारे में बारे में आपको बताते हैं....
बारिश के शुद्ध जल से स्नान जरूर करना चाहिए। यह आपके शरीर की थकान मिटा देता है। मानसिक तनाव को करता है। इसके साथ ही आपकी कुंडली में शनि, राहु या केतु दोष हो, तो फिर बारिश के जल से स्नान जरूर करना चाहिए। खराब स्वास्थ्य के कारण बारिश में न नहा सकें, इसके जल को एक स्वच्छ पात्र में इकट्ठा कर नहा सकते हैं।
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आप आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं, तो इसको दूर करने के लिए बारिश के जल का उपयोग कर सकते हैं। जल से लक्ष्मी यंत्र या श्री यंत्र को धोकर उस पर चंदन या केसर का तिलक करें। यंत्र न होने की स्थिति में शुक्रवार को बारिश के जल से अभिषेक कर नया यंत्र स्थापित करें। उसकी नियमित पूजा करें।
राहु-केतु के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए बारिश के जल का उपाय बहुत ही अचूक है। आपक जल में काले तिल को मिलाकर शिवलिंग पर अर्पित करें। यह उपाय विशेष रूप से प्रभावकारी माना जाता है।
आपको घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास है। हर दिन लड़ाई-झगड़े से माहौल तनावपूर्ण है, तो शनिवार या अमावस्या को बारिश का जल घर के मुख्य द्वार और कोनों में छिड़क दें। इससे नकारात्मकता दूर होकर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। नईदुनिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। नईदुनिया अंधविश्वास के खिलाफ है।