
धर्म डेस्क। पवनपुत्र हनुमान जी की पूजा विशेष रूप से मंगलवार और शनिवार को की जाती है। इन दिनों कई साधक व्रत भी रखते हैं। बाकि दिन भी हनुमान जी की अराधना के फल मिलते है। हम आपको हनुमान जी के 5 ऐसे शक्तिशाली मंत्र (Hanuman ji ke Mantra) बता रहे हैं, जिनका नियमित जप करने से आप जीवन की कई बाधाओं और कष्टों से मुक्ति पा सकते हैं।
ॐ हं हनुमते नम: (मूल मंत्र)
यह हनुमान जी का मूल मंत्र है।
हर मंगलवार को इसका कम-से-कम 108 बार जप करने से सभी रोग, दोष व कष्ट दूर हो सकते हैं।
हनुमान जी को तुलसीपत्र अर्पित कर एक माला जप करने से सभी कामनाएं पूरी हो सकती हैं।
ॐ नोम भगवते आंजनेयाय महाबलाय स्वाहा
किसी बड़ी परेशानी से पार पाने के लिए इस मंत्र का कम-से-कम 11 माला जप करें।
हनुमान जी को चने और गुड़ का भोग लगाएं।
इस मंत्र के जप से जातक को राहु-केतु के कष्टों से भी राहत मिल सकती है।
ॐ हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट् (बीज मंत्र)
यह हनुमान जी का बीज मंत्र है, जिसे बहुत शक्तिशाली माना गया है।
इसके जप से साधक के आत्मविश्वास और साहस में वृद्धि होती है।
यह नकारात्मकता और शत्रुओं से मुक्ति दिलाता है।
मंगलवार को विशेषकर इस मंत्र का जप कम-से-कम 108 बार करना चाहिए।
ओम नमो भगवते हनुमते नम:
यह भगवान हनुमान को समर्पित एक शक्तिशाली मंत्र है।
इसके जप से शक्ति, साहस और बुद्धि में वृद्धि होती है।
यह जीवन की बाधाएं दूर करता है और मन को शांति प्रदान करता है।
ॐ हं पवननंदनाय स्वाहा
इस मंत्र का अर्थ है 'पवनपुत्र हनुमान को नमन है'।
यह विशेष रूप से मंगलवार के दिन जप करने के लिए बहुत प्रभावशाली माना गया है।
माना जाता है कि यह साधक को साहस और शक्ति देता है, और जीवन में आ रही बाधाएं, भय व चिंता से मुक्ति दिलाता है।
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नोट - यहां दी गई सभी जानकारियां सामाजिक और धार्मिक मान्यताओं पर आधारित हैं। नईदुनिया इसकी पुष्टि नहीं करता। किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।