
धर्म डेस्क, इंदौर। सनातन धर्म में पीपल के वृक्ष को देव तुल्य माना गया है। पौराणिक मान्यता है कि पीपल के पेड़ पर सभी देवताओं का वास होता है। यहीं कारण है कि हिंदू धर्म के पीपल के पेड़ की पूजा की जाती है और पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाना शुभ माना जाता है। पंडित प्रभु दयाल दीक्षित के मुताबिक, पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाना पुण्य फल देता है, लेकिन दीपक जलाते समय कुछ बातों की सावधानी जरूर रखना चाहिए।
पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाने से पहले उस स्थान को अच्छी तरह से साफ करें। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि किसी भी धार्मिक अनुष्ठान को करने से पहले आप शारीरिक रूप से साफ रहें। स्नान करने के बाद साफ कपड़े धारण करने के बाद पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाना चाहिए।
पीपल की पूजा सुबह या शाम के समय की जाती है। ऐसा समय चुनना उचित है जो हिंदू कैलेंडर के अनुसार शुभ माना जाता है। दीपक लगाते समय सामान्य प्रसाद भी जरूर चढ़ाना चाहिए। दीपक जलाते समय तेल या घी का प्रयोग करना चाहिए। कपूर का दीपक भी जला सकते हैं।

पीपल के पेड़ के नीचे रात में दीपक लगाने की गलती नहीं करना चाहिए। धार्मिक मान्यता है कि पीपल के पेड़ के पास दीपक रात में लगाना शुभ नहीं होता है। ये समय अनुकूल नहीं माना जाता है। ऐसा करने से देवी लक्ष्मी अप्रसन्न होती है। पीपल के पास दीप जलाने का सही दिन गुरुवार या फिर शनिवार होता है।
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