Shardiya Navratri 2025: कब है दुर्गा महाअष्टमी, क्या करें और क्या न करें, जानें सबकुछ
22 सितंबर से शुरू होकर 1 अक्टूबर तक चलने वाले इस त्योहार के आखिरी तीन दिनों को महासप्तमी, महाअष्टमी और महानवमी कहा जाता है। इस साल महा अष्टमी (Durga Maha Ashtami Puja 2025) 30 सितंबर को है, जिसका विशेष महत्व है।
Publish Date: Tue, 23 Sep 2025 04:23:38 PM (IST)
Updated Date: Tue, 23 Sep 2025 04:23:38 PM (IST)
Shardiya Navratri 2025: कब है दुर्गा महाअष्टमीधर्म डेस्क, नई दिल्ली। मां दुर्गा की अराधना का पर्व चल रहा है। नवरात्रि के त्योहार की धूम हर तरफ देखी जा रही है। माता के नौ रूपों की पूजा-अर्चना में भक्त लीन है। मां दुर्गा के नौ रूपों में का अलग-अलग महत्व है। ऐसे में 22 सितंबर से शुरू होकर 1 अक्टूबर तक चलने वाले इस त्योहार के आखिरी तीन दिनों को महासप्तमी, महाअष्टमी और महानवमी कहा जाता है। इस साल महा अष्टमी (Durga Maha Ashtami Puja 2025) 30 सितंबर को है, जिसका विशेष महत्व है।
Durga Maha Ashtami Puja 2025: पूजा का समय और महत्व
- महा अष्टमी शुरू होने का समय- 29 सितंबर, शाम 4.31 बजे से
- महा अष्टमी समाप्ति का समय- 30 सितंबर, शाम 6:06 बजे तक
- महिषासुर पर विजय और मां महागौरी के रूप से जुड़ा यह दिन
- मां महागौरी शुद्धता, शांति और आत्मसुधार की प्रतीक
महाअष्टमी के मुख्य रीति-रिवाज
- इस दिन भक्त मां दुर्गा की मूर्ति या तस्वीर का महास्नान कराते है। यह लोगों के मन की शुद्धि का प्रतीक।
- इस दिन मां दुर्गा की पूजा में फूल, चावल, कुमकुम, कपड़े, आभूषण, फल और मिठाई अर्पित करते है।
- इस दिन फूल अर्पित करते हुए मंत्र जाप कर आशीर्वाद मांगते है।
महाअष्टमी का रंग
मां दुर्गा के आठवीं रूप महागौरी का रंग गुलाबी माना जाता है। यह रंग प्रेम, स्नेह और सामंजस्य का प्रतीक है।
महाअष्टमी का मंत्र
- ॐ दुर्गायै नमः
- ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं महागौरी दुर्गायै नमः
- ॐ दुम दुर्गायै नमः
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