नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। भाई-बहन के स्नेह और विश्वास का पर्व भाईदूज गुरुवार को हर्षोल्लास से मनाया जाएगा। इस दिन बहने अपने भाई के माथे पर तिलक लगाकर उनके लंबे जीवन और सुख-समृद्धि की कामना करेगी। भाई भी अपनी बहनों को उपहार देकर उनकी रक्षा का संकल्प लेंगे। इसके साथ ही इस वर्ष छह दिन में समाए पंच पर्व का समापन भी होगा।
दीपोत्सव का अंतिम पर्व भाईदूज कार्तिक शुक्ल द्वितीया 23 अक्टूबर को होगा। इस दिन विशाखा, अनुराधा नक्षत्र के साथ ही आयुष्मान एवं सौभाग्य योग का मंगलकारी संयोग भी रहेगा। ज्योतिर्विद् शिवप्रसाद तिवारी ने बताया कि यम द्वितीया तिथि 22 अक्टूबर रात 8.17 से 23 अक्टूबर को रात 10.46 बजे तक रहेगी। इस दिन चित्रगुप्त व यम पूजन भी किया जाता है। द्वितीया के दिन देवी यमुना ने भाई यमराज को अपने घर पर भोजन कराया था।
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मान्यता है कि इस दिन यमुना ने अपने भाई यमराज का आदर सत्कार के साथ भोजन कराया था। उन्होंने यमुना को वरदान दिया था कि जो बहने इस दिन भाई का तिलक और यम पूजन करेगा उसे मृत्यु के पश्चात यमलोग नहीं जाना पड़ेगा।
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