एजेंसी, प्रयागराज। महाबोधि एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या 12397) से नई दिल्ली जा रही एक बुर्का पहनी किशोरी को शुक्रवार को प्रयागराज जंक्शन पर उतारा गया। शुरुआती जांच में जो सच सामने आया, उसने सभी को चौंका दिया।
पाकिस्तान से हनीट्रैप का खुलासा
जांच एजेंसियों को पता चला कि किशोरी को एक पाकिस्तानी युवक ने हनी ट्रैप में फंसाया था। इंस्टाग्राम के जरिए पहले बातचीत शुरू हुई और फिर चैटिंग के दौरान उसने किशोरी को अपने जाल में फंसा लिया। युवक ने भरोसा दिलाया कि वह उसे पंजाब से बॉर्डर पार कराकर पाकिस्तान ले जाएगा और वहां वे एक नई जिंदगी शुरू करेंगे।
झांसे में आकर किशोरी घर से निकल पड़ी थी। वह पंजाब पहुंचती, लेकिन उससे पहले ही सटीक इनपुट पर प्रयागराज जंक्शन पर आरपीएफ ने उसे रोक लिया। किशोरी बिहार के नवादा जिले की रहने वाली है। उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट पकरीबरवां थाने में दर्ज थी।
कैसे हुआ पूरा खेल?
किशोरी 10वीं तक पढ़ी है और इंस्टाग्राम पर उसकी मुलाकात पंजाब की एक युवती से हुई।
युवती ने उसे एक पाकिस्तानी युवक से जोड़ा।
घरवालों की डांट से नाराज होकर किशोरी ने युवती से संपर्क किया।
सहेली ने पेटीएम से पैसे भेजे और ट्रेन टिकट भी बुक कराया।
किशोरी बुर्का पहनकर महाबोधि एक्सप्रेस से दिल्ली जाने निकली।
नवादा पुलिस ने सर्विलांस से उसकी लोकेशन ट्रेस की और प्रयागराज आरपीएफ को सूचना दी। एसआई विवेक कुमार और महिला कांस्टेबल की टीम ने ट्रेन में तलाशी कर किशोरी को पकड़ लिया।
मोबाइल में मिले पाकिस्तानी नंबर
काउंसलिंग में किशोरी ने माना कि वह एक पाकिस्तानी युवक के संपर्क में थी। शनिवार को जब खुफिया एजेंसियों ने मोबाइल की जांच की तो उसमें पाकिस्तानी नंबरों और संदिग्ध चैट्स का पता चला।
अब एजेंसियां यह जांच कर रही हैं कि मामला आतंकी साजिश से जुड़ा है या निजी स्वार्थ का। यह भी देखा जा रहा है कि किशोरी ने युवक को क्या जानकारियां साझा कीं। मोबाइल डेटा रिकवर किया जा रहा है और पंजाब की युवती के बैंक अकाउंट की जांच चल रही है।
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