डिजिटल डेस्क। गोरखपुर के गीडा थाना क्षेत्र में मंगलवार को फिल्मी अंदाज में लूट की सनसनीखेज वारदात सामने आई। राजस्थान के जयपुर निवासी रविशंकर, जो इन दिनों अपने ननिहाल भौवापार (बेलीपार) आए हुए थे, बाइक से राजघाट पुल की ओर जा रहे थे। नौसढ़ के पास एक कार ने उन्हें रोक लिया। कार में मौजूद चार युवक और एक महिला ने खुद को क्राइम ब्रांच का बताया और उन्हें जबरन कार में बैठा लिया।
आरोपियों ने रविशंकर पर अवैध हथियार तस्करी का आरोप लगाया, एक तमंचा उनके हाथ में थमाकर फोटो खींची और आर्म्स एक्ट में जेल भेजने की धमकी दी। उन्होंने यातना देकर तीन लाख रुपये की मांग की। डराकर रविशंकर को जनसेवा केंद्र ले जाया गया, जहां से 90 हजार रुपये निकलवाए गए। इसके बाद उन्हें एक सर्राफा दुकान पर गहने खरीदने के लिए भी मजबूर किया, लेकिन डेबिट कार्ड की लिमिट खत्म होने से यह संभव नहीं हो सका।
इसके बाद आरोपी उन्हें एकला बंधे के पास छोड़ गए और चेतावनी दी कि अगले दिन शाम चार बजे तक तीन लाख रुपये लेकर आना, वरना गंभीर अंजाम भुगतना पड़ेगा। बुधवार को रविशंकर ने एसपी सिटी अभिनव त्यागी को घटना की जानकारी दी। मामले की गंभीरता को देखते हुए सीओ कोतवाली और सीओ कैंट को जांच सौंपी गई।
एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि रविशंकर की तहरीर पर अज्ञात के विरुद्ध बंधक बनाकर लूटपाट करने का केस दर्ज किया गया है। वारदात में पुलिस बताकर अपराध करने की बात सामने आई है। इस कारण एक विभागीय जांच कमेटी गठित की गई है। क्राइम ब्रांच के साथ ही स्थानीय थाने की पुलिस छानबीन कर रही है। जिन पुलिसकर्मियों की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है उनके बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। साक्ष्य के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।
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