जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने बाबर के नाम पर मस्जिद बनाए जाने का किया विरोध, बोले-अब दिल्ली नहीं, संभल बनेगा नई दिशा का केंद्र
UP News: जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने कहा कि किसी भी धार्मिक स्थल के निर्माण पर उन्हें आपत्ति नहीं है, परन्तु बाबर के नाम पर मस्जिद बनाए जाने का उन्होंने विरोध जताया। उन्होंने कहा कि यदि मस्जिद बनानी है, तो उसे अब्दुल कलाम जैसे महान व्यक्तित्व के नाम पर बनाया जाए।
Publish Date: Mon, 08 Dec 2025 03:33:32 PM (IST)
Updated Date: Mon, 08 Dec 2025 03:34:09 PM (IST)
जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने बाबर के नाम पर मस्जिद बनाए जाने का विरोध किया।HighLights
- बोले, मस्जिद बनानी है, तो अब्दुल कलाम के नाम पर बनाओ
- सकारात्मक परिवर्तन की ध्वनि अब संभल से उठेगी
- सात दिवसीय कल्कि महोत्सव का विधिवत समापन
डिजिटल डेस्कः सात दिवसीय कल्कि महोत्सव का रविवार को विधिवत समापन हुआ। इस अवसर पर जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने श्रीकल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम से यह वचन लिया कि श्रीकल्कि धाम का निर्माण कार्य वर्ष 2028 के बैसाख मास, शुक्ल पक्ष द्वादशी तक पूर्ण कर लिया जाएगा। उन्होंने आश्वस्त किया कि वे इस महान कार्य में पूर्ण सहयोग और समर्थन के साथ साथ खड़े हैं। इसी के साथ कल्कि कथा का अंतिम पाठ भी सम्पन्न हुआ।
ऐसे भाव कहीं नहीं देखा
तहसील क्षेत्र के ऐंचोड़ा कंबोह स्थित श्री कल्कि धाम में आयोजित इस महोत्सव के समापन समारोह में जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने कहा कि यहां के श्रद्धालुओं की भावना और उत्साह अद्वितीय है। उन्होंने कहा, आज पूरा पंडाल भरा है। मैं अत्यंत प्रसन्न हूं और कल्कि भगवान के चरणों में नमन करता हूं।
कल्कि पुराण का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि इसकी रचना पांच हजार वर्ष पूर्व हुई थी। उन्होंने यह भी कहा कि विरोधी शक्तियों ने हमारे धर्मग्रंथों को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया, परंतु सनातन परंपरा आज भी अक्षुण्ण है।
मस्जिद को लेकर क्या बोले?
अपने संबोधन के दौरान जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने कहा कि किसी भी धार्मिक स्थल के निर्माण पर उन्हें आपत्ति नहीं है, परन्तु बाबर के नाम पर मस्जिद बनाए जाने का उन्होंने विरोध जताया। उन्होंने कहा कि यदि मस्जिद बनानी है, तो उसे अब्दुल कलाम जैसे महान व्यक्तित्व के नाम पर बनाया जाए।
बाबर ने भारत पर आक्रमण किया था, उसके नाम से मस्जिद नहीं बन सकती है। अब यहां झंडा भारत माता का ही फहरेगा। उन्होंने कहा कि अन्न भारत का खाते हो, पानी भारत का पीते हो, मरोगे भी भारत में और गुणगान पाकिस्तान का गाते हो। ऐसा नहीं चलेगा।
अब दिल्ली नहीं, संभल बनेगा नई दिशा का केंद्र
जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने राजनीतिक संदर्भों पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि भारत में सकारात्मक परिवर्तन की ध्वनि अब संभल से उठेगी। उन्होंने आचार्य प्रमोद कृष्णम को अपना भाई बताते हुए कहा कि आगे भी दोनों का साथ निरंतर बना रहेगा। साथ ही एक बार फिर दोहराया गया कि कल्कि धाम निर्माण का लक्ष्य 2028 की निर्धारित तिथि तक अवश्य पूरा किया जाना चाहिए।
महंत नृत्यगोपाल दास का आशीर्वाद संदेश
अयोध्या श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास ने कल्कि महोत्सव के लिए आचार्य प्रमोद कृष्णम को पत्र भेजकर शुभकामनाएं दीं। उन्होंने लिखा कि विश्व की पहली श्रीकल्कि कथा का आयोजन कल्कि धाम में होना न केवल कल्कि परंपरा बल्कि संपूर्ण संत समाज और भारतीय आध्यात्मिक चेतना के लिए ऐतिहासिक और युगांतकारी क्षण है।
अपने संदेश में उन्होंने इस आयोजन के प्रति आचार्य प्रमोद कृष्णम के संकल्प, निष्ठा और धैर्य की सराहना की और उन्हें साधुवाद एवं आशीर्वाद प्रेषित किए।