
डिजिटल डेस्क। उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए अच्छी खबर है। राजस्व परिषद जल्द ही ऐसी सुविधा शुरू करने जा रहा है, जिसके माध्यम से किसान अपने आधार कार्ड के अनुसार खतौनी में दर्ज नाम को आसानी से संशोधित करा सकेंगे। लंबे समय से खतौनी और आधार कार्ड में नाम अलग-अलग होने की वजह से कई किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ नहीं मिल पा रहा था।
राजस्व परिषद अब खतौनी को आधार से लिंक करने की प्रक्रिया को आगे बढ़ा रहा है। अधिकारियों के अनुसार, सबसे बड़ी दिक्कत यह सामने आई कि बड़ी संख्या में किसानों के दस्तावेजों में नाम अलग-अलग तरीके से लिखा है। नई सुविधा के तहत किसान आधार के मुताबिक खतौनी में अपना नाम दर्ज करा पाएंगे, हालांकि इसके लिए संबंधित राजस्व अधिकारी की मंजूरी जरूरी होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु से पीएम किसान सम्मान निधि की 21वीं किस्त जारी कर दी है। इस किस्त में 9 करोड़ से ज्यादा किसानों को 2,000 रुपये की राशि (कुल 18 हजार करोड़ रुपये) उनके बैंक खातों में भेजी गई। अगर किसी किसान को पैसा अभी तक नहीं मिला है, तो वह घर बैठे अपना स्टेटस चेक कर सकता है।
किसानों को बैंक जाने या किसी से पूछने की जरूरत नहीं है। मोबाइल के जरिए इस तरह तुरंत स्टेटस देखा जा सकता है:
1. फोन के ब्राउज़र में pmkisan.gov.in वेबसाइट खोलें।
2. होमपेज पर ‘Know Your Status’ विकल्प पर क्लिक करें।
3. नया पेज खुलने पर अपना आधार नंबर भरें।
4. कैप्चा डालें और ‘Get Data’ पर क्लिक करें।
5. स्क्रीन पर तुरंत दिख जाएगा- किस्त भेजी गई है या नहीं, किस तारीख को भेजी गई, बैंक वेरिफिकेशन पूरा है या नहीं, नाम में कोई त्रुटि है या नहीं, ई-केवाईसी की स्थिति क्या है।
अगर किसान का मोबाइल नंबर पोर्टल पर अपडेट नहीं है तो किस्त जारी होने का SMS नहीं मिलता।
साथ ही ई-केवाईसी, लैंड वेरिफिकेशन या बैंक वेरिफिकेशन असफल होने जैसी जानकारी के अलर्ट भी नहीं पहुंच पाते।
इसलिए किसानों को सलाह है कि किस्त पाने से पहले अपना मोबाइल नंबर अवश्य अपडेट करें।