
डिजिटल डेस्क। कन्या सुमंगला योजना (Kanya Sumangala Yojana) बागपत जिले की हजारों बेटियों के लिए आर्थिक संबल बनकर सामने आई है। वर्तमान में जिले की 18,911 बेटियों के खातों में सरकार की ओर से चरणबद्ध रूप से सहायता राशि भेजी जा रही है। यह योजना सिर्फ उन परिवारों के लिए लागू है, जहां बेटी सहित अधिकतम दो ही बच्चे हों। इसी शर्त के आधार पर हर लाभार्थी का निरंतर सत्यापन किया जाता है।
योजना के तहत पात्र बेटियों को कुल 25,000 रुपये छह चरणों में दिए जाते हैं। हर चरण खास उपलब्धि या आयु-आधारित मानदंड पूरा होने पर जारी किया जाता है-
पहला चरण: बेटी के जन्म पर
दूसरा चरण: एक वर्ष के भीतर टीकाकरण पूरा होने पर
तीसरा चरण: कक्षा 1 में प्रवेश
चौथा चरण: कक्षा 6 में प्रवेश
पांचवां चरण: कक्षा 9 में प्रवेश
छठा चरण: उच्च शिक्षा जारी रखने पर
प्रत्येक बेटी के नाम बैंक खाता खोला जाता है, जिसमें तय समय पर यह राशि सीधे जमा होती रहती है।
अब जिले में 13,120 बेटियों को अगले चरण का भुगतान देने की तैयारी है। इसमें ग्रामीण क्षेत्र की 5,444 बेटियां और शहरी क्षेत्र की 7,676 बेटियां शामिल हैं। भुगतान जारी करने से पहले अधिकारियों को घर-घर जाकर यह सत्यापित करना होगा कि योजना में शामिल होने के बाद परिवार में तीसरे बच्चे का जन्म तो नहीं हुआ है।
महिला कल्याण विभाग की सामाजिक कार्यकर्ता रेनू ने बताया कि जो परिवार योजना के नियमों का उल्लंघन करते हुए तीसरा बच्चा पैदा करते हैं, उन्हें आगे लाभ नहीं दिया जाएगा। यदि सर्वे के दौरान किसी भी लाभार्थी बेटी के परिवार में तीन या अधिक बच्चे पाए जाते हैं, तो उस बेटी का नाम योजना से बाहर कर दिया जाएगा।
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अधिकारियों की टीम अगले कुछ दिनों में फील्ड विजिट कर सभी पात्र परिवारों का विस्तृत सत्यापन पूरा करेगी। इसके बाद ही 13,120 बेटियों के खातों में अगला चरण का पैसा भेजा जाएगा, ताकि योजना का उद्देश्य बेटियों की शिक्षा को बढ़ावा देना और परिवार नियोजन को प्रोत्साहित करना सही रूप में पूरा हो सके।