एजेंसी, दिल्ली। गाजा पट्टी में इजरायली हमले लगातार जारी हैं। विस्थापित फलस्तीनियों के टेंट और खाना लेने गए लोगों पर हवाई हमले और फायरिंग में शनिवार को कुल 33 लोग मारे गए, जिनमें आधी संख्या महिलाएं और बच्चे हैं। संयुक्त राष्ट्र ने गाजा सिटी और उसके आसपास के इलाकों को अकालग्रस्त घोषित किया है।
हवाई हमलों में मौतें
नीदरलैंड्स के विदेश मंत्री कैस्पर वेल्डकैंप ने इजरायल पर कार्रवाई रोकने में सरकार की विफलता के बाद इस्तीफा दे दिया। शनिवार तड़के खान यूनिस शहर के बाहर विस्थापितों के टेंट पर हुए हवाई हमले में 17 लोग मारे गए और दर्जनों घायल हुए। उत्तरी गाजा के जिकिम क्रॉसिंग के पास खाना लेने गए लोगों पर फायरिंग में पांच लोग मारे गए। अन्य स्थानों पर हुए हमलों में 11 और लोगों की मौत हुई।
इजरायली सेना का बयान
इजरायली सेना का कहना है कि सैनिकों के लिए खतरा उत्पन्न होने पर हवाई फायरिंग की गई थी और किसी विशेष व्यक्ति को निशाना नहीं बनाया गया। वहीं, संयुक्त अरब अमीरात ने गाजा और वेस्ट बैंक को विभाजित करने की इजरायली योजना की कड़ी निंदा की है।
यमन का ड्रोन हमला
यमन के हाउती संगठन ने तेल अवीव पर ड्रोन हमला किया। इस हमले में कई लोग घायल हुए और हजारों लोग घंटों भूमिगत सुरक्षित स्थानों में रहे। इससे बेन गुरियन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर विमानों का आवागमन बाधित हुआ। इजरायली सेना ने ड्रोनों को गिराने का दावा किया।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
तुर्की की प्रथम महिला एमीन एर्दोगन ने अमेरिका की प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप से गाजा के बच्चों और महिलाओं की सुरक्षा के लिए आवाज उठाने का अनुरोध किया। मेलानिया ने पहले ही रूस के राष्ट्रपति पुतिन को पत्र लिखकर यूक्रेन में बच्चों और महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की थी। गाजा में हालात अभी भी गंभीर हैं और अंतरराष्ट्रीय समुदाय लगातार इस स्थिति पर नजर बनाए हुए है।