नईदुनिया प्रतिनिधि, अंबिकापुर। पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि कवासी लखमा पर भाजपा ने पार्टी में शामिल होने दबाव बनाया गया था। भाजपा ने कवासी लखमा को ऑफर दिया था यदि वह भाजपा में शामिल होते हैं, तो उनके विरुद्ध कार्रवाई नहीं होगी।
ऐसी बातें चर्चा में आई हैं। हो सकता है, यह अफवाह भी हो। शराब घोटाले के मामले में पूर्व मंत्री लखमा अभी जेल में बंद है। बुधवार को महाशिवरात्रि के दिन सिंहदेव ने अपने एक निजी तालाब में छठ घाट निर्माण का भूमिपूजन करने यहां पहुंचे थे।
इस दौरान उन्होंने पूर्व आबकारी मंत्री लखमा का बचाव करते हुए कहा कि ईडी को जो डायरी मिली है, उसमें कैसे और क्या लिखा गया है, एक दिन यह भी जनता के सामने आएगा। उन्होंने कहा कोई भी एक डायरी लाएं, उसमें कुछ भी लिख दें, इस आधार पर ईडी कार्रवाई करे यह सही नहीं है। कवासी लखमा भी खुद को निर्दोष बता चुके हैं।
उन्होंने कहा कि केवल अफवाह के सहारे किसी पर भी आरोप लगाते हुए उसे जेल में डालना इस सरकार का प्रमुख कार्य है। सिंहदेव ने महाराष्ट्र के एनसीपी नेता अजीत पवार का नाम लेते हुए कहा कि उनके ऊपर 60 से 70 हजार करोड़ के घोटाले का आरोप लगाया था, लेकिन उसके बाद क्या हुआ, सबके सामने है।
टीएस सिंहदेव ने आगे कहा कि गत दिवस ईडी के अधिकारियों के द्वारा एक नोटिस दिया गया है, जिसमें ईडी ने कांग्रेस कार्यालय भवन निर्माण के संबंध जानकारी मांगी गई है। नोटिस में कांग्रेस भवन निर्माण करने वाले ठेकेदार की भी जानकारी मांगते 27 तक जवाब मांगा गया है।
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छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के नेतृत्व परिवर्तन पर सिंहदेव ने कहा कि अभी चर्चाओं का दौर चल रहा है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी विचार कर रही है कि कहां किसको जवाबदारी देनी है, कहीं परिवर्तन करना है कि नहीं। कुछ राज्यों में परिवर्तन कर दिया गया है।
एआइसीसी में भी परिवर्तन किया गया है। कर्नाटक में जो सम्मेलन हुआ, उसमें निर्णय लिया गया है, जो परिवर्तन करना है, उसे कर देना चाहिए। ऑल इंडिया लेवल से लेकर पोलिंग बूथ तक जहां परिवर्तन उपयुक्त माना जा रहा है, वहां कर दिया जा रहा है। अन्य राज्यों के साथ छत्तीसगढ़ में भी परिवर्तन विचार में होगा।