
नईदुनिया प्रतिनिधि, बिलासपुर। गुरुद्वारा के सेवादार ने भूत-प्रेत का खौफ और स्टॉक मार्केट में मुनाफे का लालच देकर कई व्यापारियों और उनके बच्चों के साथ लाखों की धोखाधड़ी कर ली। अब बचने के लिए पीड़ितों को आत्महत्या करने की सलाह दे रहा है।
पीड़ितों ने इसकी शिकायत सिविल लाइन थाने में की है। पुलिस जुर्म दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। चकरभाठा के रहने वाले व्यवसायी सुमित वलेचा ने बताया कि उसकी पत्नी को गुरुद्वारा का सेवादार दीपक केवलानी बहन कहता था। उस पर व्यापारी की पत्नी भरोसा करती थी।
सेवादार ने उनकी पत्नी को परेशानी में होने की बात कहते हुए रुपये मांगे। महिला ने रुपये होने से इन्कार करते हुए अपने पास सोने के जेवर होने की बात कही। इस पर दीपक ने महिला से जेवर मांग लिए। साथ ही मैसेज को मोबाइल से डिलीट करने कहा।
महिला मैसेज को डिलीट नहीं कर पाई थी। उसे पति ने देख लिया। जब उसने पूछताछ की तो सेवादार ने जल्द रुपये वापस करने का आश्वासन दिया। फिर वह जेवर लौटाने टालमटोल करने लगा। बाद में पैसे वापस करने की बात से ही मुकर गया।

विनोद चावलानी ने भी ठगी की शिकायत की है। पीड़ित ने बताया कि तोरवा में रहने वाला राजा जज्ञानी उनका मित्र है। राजा उन्हें मिलने के लिए गुरुद्वारा बुलाता था। वहां पर उसने सेवादार दीपक केवलानी से परिचय कराया।
दोस्त ने सेवादार को चमत्कारी बताते हुए मरे हुए आदमी को जिंदा कर देने की बात कही। उनकी बातों पर व्यवसायी भी भरोसा करने लगे। इसके बाद उन्हें रुपये डबल करने का झांसा देकर 13 लाख रुपये ले लिए। बाद में वह रुपये वापस करने टालमटोल करने लगा।

चकरभाठा में रहने वाले रितिक हिरवानी ने बताया कि वह रोज गुरुद्वारा जाता था। वहां पर सेवादार ने कहा कि मैंने तुम्हारे विषय में कुछ अच्छा सोचा है। उसने स्टॉक मार्केटिंग काम करने कहा। इसके बाद उन्हें अहमदाबाद में स्टॉक मार्केटिंग की पढ़ाई करने भेज दिया।
जब रितिक अहमदाबाद में ही थे, तो सेवादार ने उन्हें अमृतसर बुला लिया। वहां से उसे बिलासपुर भेजकर अपने बताए अनुसार काम करने कहा। शहर आकर सेवादार ने रितिक के माध्यम से कई लोगों से रुपये लिए। जब रुपये वापस करने की बारी आई, तो उसने साफ इन्कार कर दिया।
जब रितिक और उसके साथियों ने रुपये के लिए दबाव बनाना शुरू किया, तो उसने उन्हें जूते पड़ने की बात कही। साथ ही उसने रितिक और उसके साथियों को इस समस्या से बचने के लिए आत्महत्या करने सलाह देनी शुरू कर दी।