
नईदुनिया प्रतिनिधि, रायपुर। राजधानी रायपुर में गुरुवार सुबह आयकर विभाग ने लोहा कारोबारी, भूमि व्यापारी और उनसे जुड़े नेटवर्क पर बड़ी कार्रवाई करते हुए कई ठिकानों पर एक साथ दबिश दी। जानकारी के अनुसार झारखंड और जबलपुर से आई IT की स्पेशल टीमों ने शहर के प्रमुख कारोबारियों अरविंद अग्रवाल, अमर अग्रवाल, महेश गोयल तथा उनसे जुड़े साझेदारों के आवास और कार्यालयों की घेराबंदी की। कार्रवाई सुबह करीब 6 बजे से जारी है।
CRPF जवान तैनात
दबिश के लिए झारखंड और जबलपुर से 80 से अधिक आयकर अधिकारी रायपुर पहुंचे हैं। सुरक्षा की दृष्टि से CRPF की 22वीं बटालियन के 100 से ज्यादा सशस्त्र जवानों को पूरे अभियान में लगाया गया है। शहर के कई पॉश इलाकों और कारोबारी केंद्रों में भारी सुरक्षा व्यवस्था देखी जा रही है।
30–35 अधिकारी जांच कर रहे
आयकर विभाग की सबसे बड़ी टीम लोहा व्यवसाय से जुड़े अरविंद अग्रवाल के सिग्नेचर होम स्थित आवास पर पहुंची। बताया गया है कि यहां ज्वाइंट कमिश्नर स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में 30–35 IT अधिकारी दस्तावेजों और डिजिटल रिकॉर्ड की जांच कर रहे हैं। अरविंद अग्रवाल देवी स्पंज और हिंदुस्तान क्वाइल जैसी कंपनियों से जुड़े बताए जाते हैं। इसके अलावा उनका ग्रुप जमीन कारोबार में भी बड़े पैमाने पर सक्रिय है।
महेश गोयल से जुड़े ठिकानों पर भी छापे
सूत्रों के अनुसार हिंदुस्तान क्वाइल भले ही महेश गोयल के नाम पर है, लेकिन संचालन व वित्तीय गतिविधियों को अरविंद अग्रवाल ही देखते हैं। महेश गोयल वॉलफोर्ट सिटी के A-34 में रहते हैं और जमीन कारोबार से जुड़े हैं। IT टीम ने बिलासपुर के व्यापार विहार स्थित हिंदुस्तान क्वाइल के पार्टनर सांखला के ऑफिस में भी कार्रवाई की है।
कचना में हवाला कारोबारी रवि बजाज के ठिकाने पर दबिश
कचना स्थित आनंदम सोसाइटी में हवाला कारोबारी बताए जा रहे रवि बजाज के घर व कार्यालय में भी टीम ने दबिश दी। रवि बजाज सांखला का पार्टनर माना जाता है और कई वित्तीय लिंक की जांच इसी कारण की जा रही है।
20 से ज्यादा गाड़ियों का काफिला अग्रवाल ग्रुप के ठिकानों पर पहुंचा
सुबह से ही 20 से अधिक वाहनों का काफिला सिग्नेचर होम और अन्य स्थानों पर देखा गया। टीम डिजिटल डाटा, जमीन सौदों, लोहा कारोबार, हवाला ट्रांजैक्शन और कंपनियों के वित्तीय रिकॉर्ड की गहन जांच कर रही है।
कार्रवाई पूरे दिन जारी रहने की संभावना
आयकर अधिकारियों की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं जारी किया गया है, लेकिन माना जा रहा है कि कार्रवाई बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितताओं और हवाला नेटवर्क की जांच के तहत की जा रही है। शाम तक और भी ठिकानों पर दबिश बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।