
नईदुनिया प्रतिनिधि, जोबट (आलीराजपुर): आदिवासी किशोरी से दुष्कर्म और मतांतरण का दबाव बनाने के मामले में चार दिन बाद मुस्लिम समाज का पक्ष सामने आया है। शुक्रवार को शहर काजी सैयद आमिर उल हसन ने प्रेस कान्फ्रेंस कर घटना को निंदनीय बताया। कहा कि इस्लाम में ऐसा करने की कतई इजाजत नहीं है।
मुस्लिम समाज ऐसी हरकत करने वालों का बहिष्कार करेगा। उन्हें समाज के कब्रिस्तान में भी जगह नहीं दी जाएगी। सर्व हिंदू समाज द्वारा उठाई जा रही बुलडोजर कार्रवाई की मांग का भी समर्थन किया। कहा कि पुलिस प्रशासन वैधानिक कार्रवाई करे। मुस्लिम समाज उनके साथ है। प्रेसवार्ता में सैयद तनवीर उल हसन सहित बड़ी संख्या में अन्य समाजजन मौजूद थे।
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जोबट निवासी अहमद शेख, अमजद खत्री और इमरान पिता याकूब ने काम के लिए जोबट आई 17 वर्षीय आदिवासी किशोरी को मजदूरी के नाम पर वार्ड-11 में गुरुनानक मार्ग पर स्थित अहमद के मकान में बुलाया। पीड़िता का आरोप है कि घर पहुंचने पर आरोपियों ने उस पर जबरन मतांतरण कर मुस्लिम बनने और शादी करने का दबाव बनाया। पीड़िता ने विरोध किया तो आरोपियों ने मारपीट की और फिर इमरान ने उससे दुष्कर्म किया। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।