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नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। रतलाम में सैलाना विधानसभा क्षेत्र में बुधवार को एसआईआर (विशेष पुनरीक्षण) कार्य का निरीक्षण करने पहुंची प्रशासनिक टीम पर अज्ञात बदमाशों ने पत्थरों से हमला कर दिया। घटना रावटी थाना क्षेत्र के जुलवानिया पंचायत के अधरशिला गांव हुई। हमले में नायब तहसीलदार रामकलेश साकेत और बीएलओ विक्रम सिंह राठौड़ घायल हुए। (यहां पढ़ें पूरी खबर)
मध्य प्रदेश के छिंडवाड़ा में एक बार फिर दवाओं की गुणवत्ता पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। बिछुआ इलाके में 5 महीने की मासूम बच्ची की संदिग्ध मौत के मामले में जांच के बाद 7 आयुर्वेदिक दवाएं अमानक पाई गई हैं। इसके बाद जिला आयुष विभाग ने इन सभी दवाओं की बिक्री और खरीदी पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। (यहां पढ़ें पूरी खबर)
मध्य प्रदेश के खजुराहो में सीवर निर्माण कार्य में बड़े पैमाने पर गड़बड़ियां हो रही हैं, नगर के सेवाग्राम वार्ड में सकरी गलियों में सीवर लाइन निर्माण में लगी जेसीबी मशीनों से आए दिन लोगों के निजी निर्माण तथा शासकीय निर्माणों को क्षति पहुंचाई जा रही है। (यहां पढ़ें पूरी खबर)
इंदौर के रेसिडेंसी क्षेत्र में नारकोटिक्स पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए अफ्रीकी युवती लिंडा अनाबा को कोकीन के साथ पकड़ा। 25 वर्षीय लिंडा जून में स्टूडेंट वीजा पर भारत आई थी लेकिन बाद में अनैतिक गतिविधियों में शामिल एजेंटों के संपर्क में आकर ड्रग्स सप्लाई करने लगी। उसके मोबाइल से कोडवर्ड में दर्ज नंबर और डिलीट हुई चैट पुलिस के लिए जांच का बड़ा आधार बने हैं। (यहां पढ़ें पूरी खबर)
भोपाल के वन क्षेत्रों के नजदीक के गांवों में हिंसक जंगली जानवरों का आना गंभीर खतरा पैदा कर देता है। वन विभाग की टीमें अक्सर कई-कई दिन पीछा करने के बाद भी जानवर को ट्रैक नहीं कर पातीं। अब ऐसी स्थिति में ट्रैकिंग और जानवर को पकड़ने का काम एआई (Artificial intelligence) आधारित मशीन खुद करेगी। (यहां पढ़ें पूरी खबर)
रीवा जिले में शिक्षा विभाग की गंभीर लापरवाही का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। ई-अटेंडेंस प्रणाली की निगरानी के दौरान विभाग ने तीन ऐसे शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस भेज दिया, जिनका निधन कई महीने या एक वर्ष पहले हो चुका है। रिकॉर्ड अपडेट न होने के कारण इन मृत शिक्षकों को अनुपस्थित माना गया और तीन दिन में जवाब देने का निर्देश जारी कर दिया गया। (यहां पढ़ें पूरी खबर)
मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने अनुकंपा नियुक्ति से जुड़े एक महत्वपूर्ण मामले में स्पष्ट टिप्पणी की है। उन्होंने कहा है कि अगर आर्थिक आवश्यकता सिद्ध न हो, तो शादीशुदा बेटी अनुकंपा नियुक्ति की पात्र नहीं मानी जा सकती। न्यायमूर्ति दीपक खोत की एकलपीठ ने कहा कि दिवंगत कर्मचारी के परिवार के अन्य सदस्य शादीशुदा बेटी पर निर्भर नहीं होते, इसलिए उस पर दयापूर्वक विचार नहीं किया जा सकता। (यहां पढ़ें पूरी खबर)
मध्य प्रदेश प्रदेश की सड़कों पर दौड़ रही 15 साल पुरानी सभी बसों को हटाया जाना है। इंदौर संभाग में भी 15 साल पुरानी 156 बसें सड़कों पर चल रही हैं और परिवहन विभाग ने इन्हें नोटिस जारी किए थे। इसमें से 78 बसों को दो बार सात-सात दिन के नोटिस दिए गए थे, लेकिन निर्धारित समय में वाहन मालिकों द्वारा नए वाहन प्रस्तुत नहीं किए जाने पर अब इन बसों के परमिट निरस्त किए जाएंगे। (यहां पढ़ें पूरी खबर)