नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। दक्षिण-पश्चिम मानसून शुक्रवार को मध्य प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों से वापस चला गया। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक तीन-चार दिनों में पूरे प्रदेश से मानसून के वापस जाने की संभावना है। गुरुवार-शुक्रवार की दरमियानी रात प्रदेश में सबसे कम 14.6 डिग्री सेल्सियस तापमान राजगढ़ में दर्ज किया गया। 19 शहरों में रात का तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से कम दर्ज किया गया।
सबसे अधिक 32.2 डिग्री सेल्सियस तापमान खजुराहो में दर्ज किया गया। शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक मलाजखंड में 24 मिलीमीटर वर्षा हुई। मौसम विज्ञान केंद्र की विज्ञानी विनीता पटवर्धन ने बताया कि पिछले दिनों अरब सागर में उठा चक्रवाती तूफान कमजोर पड़ने के बाद वर्तमान में कम दबाव के क्षेत्र के रूप में पश्चिम-मध्य अरब सागर पर बना हुआ है।
एक पश्चिमी विक्षोभ हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में हरियाणा एवं उसके आसपास सक्रिय है। उसके साथ एक द्रोणिका भी संबद्ध है। हालांकि इन मौसम प्रणालियों का मध्य प्रदेश पर प्रभाव नहीं पड़ रहा है। मानसून अभी सिर्फ शहडोल, रीवा संभाग एवं जबलपुर संभाग के कुछ क्षेत्रों में मौजूद है। यहां कहीं-कहीं छिटपुट वर्षा हो सकती है। शेष प्रदेश से मानसून वापस हो चुका है।
मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि इस बार उत्तर भारत के पहाड़ों पर बर्फबारी कुछ पहले होने लगी है। दो प्रभावी पश्चिमी विक्षोभ के गुजरने के बाद हवाओं का रुख भी उत्तरी होने लगा। उत्तर भारत की तरफ से आ रही शीतल हवाओं के कारण प्रदेश में दिन एवं रात के तापमान में गिरावट होने लगी है। मौसम का मिजाज अभी इसी तरह बना रह सकता है। रात के तापमान में कुछ और भी गिरावट हो सकती है।
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