नईदुनिया प्रतिनिधि, छिंदवाड़ा। मध्य प्रदेश में कोल्ड्रिफ कफ सीरप प्रकरण की जांच में एसआइटी फूंक-फूंककर कदम रख रही है। 24 बच्चों की मौत के बाद आरोपितों के खिलाफ लोगों में गुस्सा है, इसलिए इस बार एसआइटी गोपनीय तरीके से श्रीसन फार्मास्युटिकल के मालिक जी. रंगनाथन को लेकर चेन्नई गई।
इसी तरह, शुक्रवार रात एसआइटी उसे लेकर गुपचुप वापस भी आ गई। उसे चेन्नई से फ्लाइट से नागपुर लाया गया और सड़क मार्ग से सीधे परासिया ले जाया गया। बताया जाता है कि पुलिस को उस पर हमले का इनपुट मिला था। इस कारण एसआइटी ने पूरे मामले में सावधानी और गोपनीयता बरती है।
बता दें कि 10 अक्टूबर को आरोपित रंगनाथन को परासिया कोर्ट में पेश किया गया था। उस समय मृतक बच्चों के स्वजन के अलावा बड़ी संख्या में भीड़ कोर्ट परिसर में मौजूद थी। उस समय रंगनाथन के साथ धक्का-मुक्की की गई। उसके खिलाफ फांसी दो के नारे भी लगे थे। पुलिस ने किसी तरह उसे सुरक्षित निकाल लिया था। न्यायालय ने उसे 20 अक्टूबर तक पुलिस रिमांड में भेज दिया था।
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हाल ही में केमिस्ट एनालिस्ट के. माहेश्वरी को भी छिंदवाड़ा में गुपचुप तरीके से लाया गया था। प्रकरण में एसआइटी को चेन्नई से अहम दस्तावेज हाथ लगे हैं, जो इस जांच को आगे बढ़ाने में मददगार साबित हो सकते हैं। एसआइटी अब इन्हीं दस्तावेजों और साक्ष्यों के आधार पर मजबूत केस तैयार कर रही है, ताकि कोर्ट में आरोपितों को सजा दिलाई जा सके।