नईदुनिया प्रतिनिधि, देवास। नाबालिगों द्वारा वाहन चलाने की घटनाएं तेजी से बढ़ रहीं, जिस कारण हादसे भी हो रहे है। कई बार यह देखा गया है कि नाबालिग बच्चे दोपहिया अथवा कार चलाते हैं। देवास में भी सोमवार को ऐसी ही घटना हुई, जिसमें एक नाबालिग द्वारा कार चलाने के दौरान दुर्घटना हुई। हालांकि इसमें जनहानि नहीं हुई, लेकिन कई सवाल उठे।
जानकारी के मुताबिक सिविल लाइन क्षेत्र में सोमवार को घटना हुई। लगभग 14-15 साल का नाबालिग कार चला रहा था। इसी दौरान एक बाइक सवार को टक्कर लगी। टक्कर के बाद कार चालक घबरा गया और ब्रेक की जगह एक्सीलरेटर दबा दिया। इस कारण तेजी से भागी। रास्ते से गुजर रही गाय को टक्कर मारते हुए सामने बने मकान में जा घुसी। तेज धमाके के साथ मकान की दीवार टूट गई। कुछ ही देर में मौके पर भीड़ लग गई। विवाद की स्थिति भी बनी। जिस व्यक्ति के मकान की दीवार टूटी वे बच्चे पर भड़के और खरीखोटी सुनाई। इसी बीच बच्चे के स्वजन भी पहुंचे। दोनों के बीच बहस हुई। बाद में आसपास के लोगों ने समझाइश दी और मामला शांत करवाया। बाइक सवार को भी समझाया और घर भेजा। थाने में भी किसी तरह की शिकायत नहीं की।
'मेरा बेटा चलाएगा, जो करना है कर लो...', नाबालिग ने दीवार तोड़ घर में घुसाई कार, तो मां ने दिया बेटे की करतूत में साथ pic.twitter.com/qM4XXynWdI
— NaiDunia (@Nai_Dunia) October 14, 2025
सिविल लाइन थाना प्रभारी हितेश पाटिल ने बताया कि मामले में किसी ने शिकायत नहीं की। हालांकि क्षेत्र में इस बात की चर्चा जरूर चल रही कि जब दोनों पक्षों के बीच बहस हो रही थी और बच्चे को डांटा जा रहा था तो बच्चे की मां ने गुस्से में यहां तक कह दिया कि हमारा बच्चा तो चलाएगा गाड़ी। इस पर बात और बिगड़ी थी। यह भी कहा गया कि बच्चा कार चलाना सीख रहा था और जब घटना हुई उस वक्त कार में वह अकेला था, इस कारण बाइक टकराने पर घबरा गया।
प्रत्यक्षदर्शी कांग्रेस नेता मनोज राजानी ने बताया कि तेज धमाके की आवाज सुनकर बाहर गया तो पता चला कि कार दीवार में घुस गई है। कार में भी नुकसान हुआ। बच्चा डरा हुआ था। ब्रेक की जगह एक्सीलरेटर पर पैर रखने के कारण हादसा हुआ। दोनों पक्षों को समझाकर शांत करवाया। अपील भी की है कि नाबालिग बच्चों को वाहन न दें। घटनास्थल को लेकर कहा कि उक्त स्थल डेंजर जोन बनता जा रहा क्योंकि अंडर ब्रिज होने से लोग दोनों साइड से आना-जाना करते हैं। इस कारण वाहन चालक देख नहीं पाते। प्रशासन को चाहिए कि इसे वन वे किया जाए या स्पीड ब्रेकर बना दिए जाएं, जिससे हादसे न हो।
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एसपी पुनीत गेहलोद ने बताया कि अभी किसी ने थाने में रिपोर्ट दर्ज नहीं करवाई है, लेकिन पुलिस अपनी ओर से कार्रवाई करेगी। इसे लेकर सिविल लाइन थाना प्रभारी को निर्दश दिए हैं। देवास पुलिस ने नाबालिग को कहें ना नाम से अभियान शुरू किया है जिसमें नाबालिगों द्वारा वाहन चलाने पर अभिभावकों पर कार्रवाई की जा रही है। मोटर व्हीकल एक्ट 199 ए के तहत अभिभावकों को तीन साल की सजा व 25 हजार रुपये जुर्माना होता है। वाहन का रजिस्ट्रेशन एक साल तक निलंबित होता हैा। जो नाबालिग वाहन चला रहा था उसे 25 साल तक लाइसेंस नहीं मिलता। अभी तक 25 नाबालिगों पर कार्रवाई की है और उनके अभिभावकों से 1 लाख से अधिक का जुर्माना कोर्ट के आदेश पर वसूला है।