
नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर: प्रशासन और जिला शिक्षा विभाग की कड़ी निगरानी के बाद ई-अटेंडेंस दर्ज करने वाले शिक्षकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। उल्लेखनीय यह है कि अब शिक्षक न केवल लॉगइन कर रहे हैं, बल्कि समय पर लॉगआउट भी कर रहे हैं। शिक्षा विभाग अब और अधिक सख्त व्यवस्था लागू करने जा रहा है।
ग्वालियर सहित पूरे प्रदेश में वास्तविक समय उपस्थिति निगरानी (रियल टाइम अटेंडेंस मॉनिटरिंग) प्रणाली शुरू की जा रही है, जिसके तहत शिक्षकों की उपस्थिति तुरंत ऑनलाइन ट्रैक होगी। इससे एक सेकंड की देरी के बिना यह स्पष्ट हो जाएगा कि कौन-सा शिक्षक स्कूल में मौजूद है और कौन अनुपस्थित।
28 नवंबर के बाद शिक्षकों की उपस्थिति दर में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। नवंबर माह का वेतन ऑनलाइन उपस्थिति के आधार पर देने के आदेश जारी होने के समय 28 नवंबर को ई-अटेंडेंस का प्रतिशत 52 था। आदेश के बाद के नौ दिनों में उपस्थिति में 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। शनिवार, 6 दिसंबर को शिक्षकों की ऑनलाइन उपस्थिति 72 प्रतिशत दर्ज की गई।
कुल 6577 शिक्षकों में से 4089 ने लॉगइन किया और 3738 ने लॉगआउट भी किया, जबकि पहले लॉगआउट की संख्या बेहद कम रहती थी। इसी तरह, 1429 स्कूल प्रभारियों में से 908 ने लॉगइन किया और 817 ने लॉगआउट किया, जिससे प्रभारियों की उपस्थिति 71 प्रतिशत तक पहुंच गई।
ई-अटेंडेंस प्रणाली का सबसे बड़ा लाभ इसका लाइव डैशबोर्ड है। मुख्यमंत्री कार्यालय, शिक्षा मंत्री, जिला कलेक्टर और जिला शिक्षा अधिकारी सहित जिम्मेदार अधिकारियों के पास एक ऐसा इंटरफेस उपलब्ध होगा, जहां सुबह 10 बजे के बाद एक क्लिक में यह पता चल जाएगा कि पूरे प्रदेश में कितने शिक्षक उपस्थित हैं और किस स्कूल में उपस्थिति दर कम है।
ई-अटेंडेंस लगाने वाले शिक्षकों व लॉग आउट होने वाले शिक्षकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। आगामी दिनों में सभी शिक्षक यानी सौ प्रतिशत उपस्थिति दर्ज करने लगेंगे। रोजाना कितने शिक्षकों ने अपने अपने स्कूलों में हाजिरी लगाई। यह एप के लाइव डैशबोर्ड में पता चल जाता है। साफ्टवेयर में जिन अफसरों को अधिकार होगा, वे सभी लाइव उपस्थिति देख सकते हैं।
-हरिओम चतुर्वेदी, जिला शिक्षा अधिकारी, ग्वालियर