नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। सोयाबीन उत्पाद किसानों के लिए सरकार ने भावांतर योजना शुरू की है। इसके लिए 17 अक्टूबर तक पंजीयन कराए गए और अब दीपावली बाद 84 दिन भावांतर योजना में सोयाबीन की खरीदी होगी। 24 अक्टूबर से प्रदेश की सभी मंडियों में भावांतर येाजना में सोयाबीन बचे सकेंगे। योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए मंडियों में प्रशासन द्वारा सभी सुविधाएं जुटाई जा रही है।
इंदौर जिले में भी अलग-अलग टीमों का गठन किया गया है, जो खरीदी से लेकर निगरानी और भुगतान तक की व्यवस्था देखेगी। इंदौर संभाग में भावांतर योजना में सोयाबीन बचने के लिए एक लाख 45 हजाार 188 किसानों ने पंजीयन कराया है। किसान 15 जनवरी तक भावांतर योजना में मंडियों में सोयाबीन बेच सकेंगे और अंतर की राशि का भुगतान सरकार द्वारा किसानों के पंजीकृत खातों में किया जाएगा।
संभाग में पंजीयन के लिए 432 केंद्र बनाए गए थे। संभागायुक्त डॉ. सुदाम खाड़े ने विगत दिनों बैठक लेकर सभी जिलों के सोयाबीन की खरीदी को सुविधाजन बनाने के निर्देश जारी किए है। इंदौर की मंडियों में भी निगरानी के लिए विशेष व्यस्था की गई है।
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कृषि विभाग के आंकड़ों के अनुसार संभाग में सर्वाधिक पंजीयन इंदौर और धार जिले में हुए है। सोयाबीन बोवनी के कुल रकबे की अपेक्षा इंदौर में 50.91 और धार में 35.74 प्रतिशत पंजीयन हुए है।
जिले- किसान- रकबा- प्रतिशत
इंदौर- 46,061 - 1,22,809 - 50.91
धार - 37,940 - 1,06,464 - 35.74
खंडवा - 20,001 - 46,652 - 24.75
बड़वानी - 13,455 - 15,592 - 75.18
खरगोन - 13,364 - 24,799 - 27.83
झाबुआ - 10,478 - 13,578 - 18.73
बुरहानपुर - 2,534 - 4,411 - 40.10
आलीराजपुर - 1,355 - 1,215 - 3.10